ROURKELA. चक्रधरपुर रेलमंडल में सेफ्टी के नाम पर अधिकारी चाहे लाख दावे कर ले लेकिन हकीकत में एक के बाद एक हादसों ने यहां की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. राजखरसावां में मालगाड़ी दुर्घटना की जांच अभी चल ही रही थी कि राउरकेला में बुधवार की सुबह शंटिंग के दौरान मालगाड़ी की बोगियां पटरी से उतरकर बस्ती तक पहुंच गयी.
उड़ीसा के राउरकेला में माल गोदाम बस्ती में अचानक मालगाड़ी के रोल्ड होने की घटना से लोग दहशत में आ गये. यह संयोग रहा कि कई वाहनों को कुचलते हुए मालगाड़ी की बोगी बस्ती के एक घर के सामने आकर रुक गयी. अनुमान लगाया जा सकता है कि अगर मालगाड़ी की बोगियां रोल्ड होती रहती तो कितने लोगों की जान जा सकती थी.
बताया जा रहा है कि मालगाड़ी की शंटिंग के दौरान यह हादसा हुआ. तब सुबह के 6:00 बज रहे थे. लोग घरों में सो रहे थे. कंटेनर वाली मालगाड़ी की बोगियों को शंटिंग किया जा रहा था इसी दौरान माल गोदाम शेड में बोगियां बेपटरी से होकर बस्ती में जा घुसी. इससे बस्ती में अफरा तफरी मच गयी. लोग अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे.
लोगों का कहना है कि अगर और पांच मीटर तक कंटेनर आगे बढ़ते तो कई झोपड़ियां उसकी चपेट में आ जाती जिसमें लोग सो रहे थे.घटना के बाद शंटिंग कर रहे चालक और दूसरे लोग भाग निकले. हालांकि यह बस्ती भी रेलवे की जमीन पर अवैध रूप से बसी है. इस हादसे को लेकर यहां रहने वाले मौन है. उन्हें इस बात का डर सता रहा कि कहीं रेलवे इसी हादसे को आधार बनाकर माल गोदाम बस्ती को खाली करने की तैयारी नहीं कर ले.
