- देवाशीष चौधरी ने आईटीआई से आये जवाब को किया सार्वजनिक, कहा यह गंभीर चिंता की बात
KHARAGPUR. दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन में रेलवे का एक बंगला इन दिनों सियासी हलकों में चर्चा का केंद्र बिंदु बना हुआ है. तृणमूल कांग्रेस की पश्चिम मेदिनीपुर जिला समिति के महासचिव देवाशीष चौधरी व वरिष्ठ नेता का दावा है कि इस बंगला पर पूर्व सांसद व पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष का अघोषित रूप से कब्जा है.
देवाशीष चौधरी ने शनिवार को खड़गपुर के मलिंचा रोड स्थित पार्टी दफ्तर में मीडिया के सामने इसका खुलासा करते हुए कहा कि नैतिकता की बात कहने वाले लोग अवैध रूप से सरकारी सुविधा का उपयोग कर रहे है. उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व से बात कर इस मामले में आगे की रणनीति तय की जायेगी.

देवाशीष चौधरी, महासचिव, तृणमूल कांग्रेस पश्चिम मेदिनीपुर जिला समिति
श्री चौधरी ने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत उन्होंने 24 मार्च 2025 को उक्त बंगले से संबंधित सूचनाएं मांगी. इसका जवाब उन्हें 3 अप्रैल को प्राप्त हुआ. इसमें बताया गया कि रेलवे डिविजनल सिक्योरिटी कमिश्नर दफ्तर के सामने स्थित बंगला संख्या 677 फिलहाल किसी के नाम से आवंटित नहीं है . 1 जनवरी 2019 को यह बंगला पैसेंजर सर्विस कमेटी के किसी पूर्व सदस्य तुषार कांति घोष के नाम से आवंटित हुआ था. जो आवंटन 31 मार्च 2020 को खत्म हो गया .
चौधरी ने दावा किया कि दिलीप घोष नैतिकता व स्वच्छता की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं . फिर वह किस अधिकार से वे बंगले में अवैध रूप से रह रहे हैं . उन्होंने कहा कि इस बंगले में बड़ी संख्या में बाहरी लोगों का आना-जाना है. यह गंभीर चिंता का विषय है . उन्होंने कहा कि वह इस मामले में आगे की कार्रवाई पार्टी नेतृत्व से बात कर करेंगे.
