- खड़गपुर में रेलवे के बंगला नंबर 677 पर अवैध कब्जे को लेकर आये थे चर्चा में
BJP Leader Dilip Ghosh Will Get Married: पश्चिम बंगाल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेता दिलीप घोष 61 की उम्र में शादी करने जा रहे हैं. पूर्व लोकसभा सदस्य और पूर्व विधायक घोष आज (शुक्रवार) को अपने न्यू टाउन स्थित आवास पर दुल्हन रिंकू मजूमदार (Rinku Majumdar) के साथ सात फेरे लेंगे. दिलीप घोष से मीडिया ने इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने अपने अनोखे अंदाज में कहा, ‘क्यों, क्या मैं शादी नहीं कर सकता? क्या शादी करना अपराध है?’
बता दें कि रिंकू भाजपा की दक्षिण कोलकता की सक्रिय नेता और कार्यकर्ता हैं और दोनों की पहली मुलाकात पार्टी के कार्य के दौरान ही हुआ था. रिंकू ने महिला मोर्चे की जिम्मेदारी भी बखूबी संभाली है. उन्होंने पार्टी में ओबीसी मोर्चा और हथकरघा प्रकोष्ठ के साथ-साथ विभिन्न महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं.
दिलीप के करीबी लोगों के अनुसार, पिछले लोकसभा चुनाव हार गए थे तो वे काफी उदास थे, तो रिंकू ही पहली व्यक्ति थीं जिन्होंने उन्हें प्रस्ताव दिया था कि वे साथ मिलकर परिवार शुरू करना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि अब उनके साथ कोई नहीं है. वह दिलीप के साथ रहना चाहती है. दिलीप, अपनी भावी पत्नी रिंकू और ससुराल वालों के साथ 3 अप्रैल को ईडन गार्डन में केकेआर का मैच देखने भी पहुंचे थे. रिंकू का बेटा भी स्टेडियम में उनके साथ मौजूद था. इसके बाद ही उनके जीवन की इस नई पारी को लेकर चर्चाएं शुरू हुईं.
परिवार वालों के मुताबिक अब तक कुवांरा रहे दिलीप ने पहले तो मना कर दिया था, लेकिन बाद में अपनी मां के आग्रह पर विचार कर सहमत हो गए. क्योंकि, छह महीने पहले भी उन्होंने शादी के बंधन में बंधने के बारे में नहीं सोचा था. लेकिन धीरे-धीरे उन्हें यह भी एहसास हुआ कि जीवन का यह चक्र भी पूरा होना चाहिए. तीन अप्रैल को ईडन में केकेआर का आइपीएल मैच देखना व्यावहारिक रूप से एक ‘फिक्स डील’ थी. उस दिन दिलीप, उनकी भावी पत्नी और भावी ससुराल वाले क्लब हाउस के बॉक्स नंबर 11 में बैठकर खेल देख रहे थे.
मां के साथ रहते हैं दिलीप
दिलीप के करीबी सूत्रों के अनुसार, उनकी मां चाहती थीं कि दिलीप शादी कर लें और परिवार शुरू करें. फिर वह अपनी बहू के साथ कुछ समय बिता सकेंगे. दिलीप की मां उनके साथ रहती है. दिलीप का जीवन राजनीतिक है. आगामी विधानसभा चुनाव में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. भाजपा उन्हें फिर से विधानसभा चुनाव में उतार सकती है. अभियान के लिए उनकी जरूरत होगी. परिणामस्वरूप, उन्हें पूरे राज्य का भ्रमण करना पड़ेगा. ऐसी स्थिति में, उनकी बुजुर्ग मां की देखभाल करने और उनका साथ देने के लिए किसी रिश्तेदार का होना जरूरी है. इसके अलावा दिलीप की मां को इस बात की भी चिंता है कि उनकी अनुपस्थिति में उनके बेटे ‘नाडू’ की देखभाल कौन करेगा. दिलीप पिछले साल साठ साल के हो गए थे.
दिलीप के करीबी लोगों के अनुसार, जब वह लोकसभा चुनाव हारने के बाद थोड़ा उदास थे, तो रिंकू ही पहली व्यक्ति थीं जिन्होंने प्रस्ताव दिया था कि वे दोनों साथ मिलकर परिवार शुरू करें. उन्होंने बताया था कि अब वह भी जीवन में अकेली हैं और दिलीप के साथ रहना चाहती हैं. दिलीप ने पहले तो शादी करने से मना कर दिया, लेकिन बाद में अपनी मां के आग्रह पर दोबारा विचार करने के लिए राजी हो गए. धीरे-धीरे उन्हें लगा कि जीवन का यह चक्र भी पूरा होना चाहिए.
यह शादी अत्यंत निजी रहेगी, जिसमें केवल परिवार के सदस्य और करीबी लोग ही शामिल होंगे. रिंकू तलाकशुदा हैं और उनका एक बेटा है जो आईटी सेक्टर में काम करता है. लोकसभा से लेकर विभिन्न चुनावों में हम दिलीप घोष को दबंग मूड में देख चुके हैं. इस अवसर पर तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने भी दिलीप घोष को बधाई दी है. कुणाल घोष और देबांगशु जैसे टीएमसी नेताओं ने उन्हें जीवन की नई पारी शुरू करने पर शुभकामनाएं दी है. रेलहंट की ओर से जीवन की नयी पारी के लिए दिलीप घोष को शुभकामनाएं.
बीते सप्ताह रेलवे के बंगला पर अवैध कब्जा के मामले में आये थे चर्चा में
मालूम हो कि खड़गपुर रेल डिवीजन ने बंगला नंबर 677 पर अवैध कब्जे को लेकर नोटिस दिलीप घोष को नोटिस भेजी गयी थी. रेलवे ने इस क्वार्टर को अविलंब खाली करने को कहा है. यह बंगला खड़गपुर डिवीजन पैसेंजर सर्विस कमेटी के पूर्व सदस्य तुषार कांति घोष के नाम पर 31 मार्च 2020 तक के लिए आवंटित था. बंगला खाली करने के लिए 21 अप्रैल की दोपहर एक बजे तक का समय दिया गया है.
 
						
									

















































































 
								
				
				
			 
				 
				 
				 
				 
				 
				