PRAYAGRAJ. रेलवे के सभी मंडलों को रेलवे बोर्ड द्वारा आदेशित किया गया है कि ट्रैकमैन वेतनमान 1800 ग्रेड पे के कर्मचारियों से की-मैन का कार्य नहीं कराया जाएगा क्योंकि इस कार्य में बहुत से ट्रैकमेंटेनर कर्मचारियों का जान गई है तथा ट्रैक पर ठीक ढंग से काम न होने से ट्रेन पलटने का भी खतरा बना रहता है . इस कारण रेलवे बोर्ड द्वारा 1800 ग्रेड पे से ऊपर के ही ट्रैकमैन कर्मचारियों को ट्रेनिंग कराने के उपरांत की-मैन का कार्य करने का आदेश प्राप्त है.
रेलवे बोर्ड के सख्त आदेश के बावजूद भी कर्मचारियों की सुरक्षा एवं जनसामान्य की सुरक्षा को अनदेखा करते हुए प्रयागराज मंडल में 1800 ग्रेड पे के ट्रैकमैन कर्मचारियों से जबरन की-मैन का काम कराया जा रहा है. जब कर्मचारियों द्वारा अपने इंचार्ज को शिकायत किया जाता है तो उनके द्वारा गाली गलौज देते हुए धमकी दी जाती है कि की-मैन का काम नहीं करोगे तो तुमको ट्रांसफर और सस्पेंड किया जाएगा.
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ने इस मामले में संज्ञान लिया है. महामंत्री रूपम पाण्डेय के दिशा निर्देश पर मंडल मंत्री आशीष मिश्रा ने डीआरएम तथा वरिष्ठ मंडल अभियंता/समन्वय, प्रयागराज से मिलकर लिखित ज्ञापन दिया है. इसमें सेफ्टी से जुड़े मामलों में मनमानी नहीं करने, लापरवाही रोकने और रेलवे बोर्ड के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने की मांग की गयी है.
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री रूपम पांडे ने बताया कि 1800 ग्रेड पे के ट्रैकमैन कर्मचारियों की जान जोखिम में डाली जा रही है. इससे रेल एवं यात्रियों की सुरक्षा ,संरक्षा एवं रेलवे राजस्व की क्षति भी है. ट्रैकमैन कर्मचारियों का शोषण बंद नही हुआ तो संगठन इस पर आंदोलन का रूप तैयार करेगा.















































































