- चक्रधरपुर इंस्पेक्टर के खिलाफ गंभीर शिकायतों का पुलिंदा आईजी के पास पहुंचा
ROURKELA. चक्रधरपुर रेल मंडल में आरपीएफ इंस्पेक्टरों पर लग रहे गंभीर आरोपों के बीच राउरकेला में फिर एक बार चोरों ने रेलवे सुरक्षा बल को चुनौती दी है. इस बार यार्ड में इंजन की बैट्री का तार ही चोरों ने निकाल लिया जिससे ट्रेन का मूवमेंट भी प्रभावित हुआ है. तीन दिन पहले ही राउरकेला-बंडामुंडा यार्ड में ट्रैक रिलेयिंग ट्रेन (TRT) मशीन से चोरों ने 80 मीटर कॉपर केबल काट लिया था.
दिलचस्प है कि आरपीएफ की सुस्ती के बीच चोरों का आतंक अब ट्रेनों के परिचालन को भी प्रभावित कर रहा है. इसका पीछे सीधे-सीधे प्रभारियों की लचर-सुस्त कार्यप्रणाली को जिम्मेदार ठहराया जाने लगा है. यही नहीं चोरी जैसी घटनाओं पर रोक नहीं लग पाने के पीछे आरपीएफ के सिस्टम में नीचे से ऊपर तक जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका भी संदेह के दायरे में आ गयी है.
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आरपीएफ के ही एक सेवानिवृत्त अधिकारी ने लगातार हो रही चोरियों पर कहा कि जब तक सुरक्षा बल के जिम्मेदार लोग अपना निजी एजेंडा स्थापित करने में जुटे रहेंगे तो ऐसी घटनाओं में लगातार बढ़ोतरी होना आश्चर्य नहीं है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिम्मेदार लोग निजी एजेंडा सेट करने के लिए अक्सर चोरियों के मुख्य सरगना तक नहीं पहुंचते और ऐसे में चोरियों को रोकर पाना नामुमकीन है.
उन्होंने चक्रधरपुर आरपीएफ प्रभारी के खिलाफ हाल में लगे गंभीर आराेपों की ओर इशारा करते कहा कि आलम यह है कि लोग आईजी-डीजी तक को सीधे शिकायत भेजकर सुरक्षा बल में भ्रष्टाचार की गंभीर होती स्थिति की जानकारी दे रहे लेकिन उन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है. यह गंभीर चिंता और चिंतन का विषय बन गया है. कमोवेश यह स्थिति अन्य स्टेशनों पर भी नजर आती है.
फिलहाल राउरकेला में इंजन से कीमती ताम्बा तार निकालने के कारण एक मालगाड़ी का परिचालन घंटों प्रभावित रहा. यह घटना शनिवार सुबह की बताई जा रही है. यार्ड के 11 नंबर लाइन में खड़ी मालगाड़ी इंजन (लोको संख्या 70758 डब्ल्यूजीडी4डी बीएनडीएम) चोरों की करस्तानी के कारण चालू नहीं हो सका. इसके बाद रेल प्रशासन हरकत में आया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गयी है.
लोको पायलट डी मर्द और असिस्टेंट लोको पायलट एन कुमार ने स्टेशन मास्टर को दी रिपोर्ट में बताया कि सुबह 09:00 बजे जब उन्होंने इंजन को चालू करने की कोशिश की तो वह स्टार्ट नहीं हुआ. डिजिटल डिस्प्ले सिस्टम और बैटरी नाइफ स्विच की जांच के बाद पता चला कि बैटरी में लगे कीमती कॉपर वायर गायब है. इसकी सूचना राउरकेला स्टेशन प्रबंधक को दी गई.
सूचना मिलते ही जब आरपीएफ ने जब खोज-बीन शुरू की तो चोरी की नीयत से निकालकर बोरे लपेट कर झाड़ियों में छुपाया गया बैटरी का कॉपर वायर बरामद कर लिया गया. यह माना जा रहा है कि चोरों ने तार को निकाल लिया था लेकिन वह उसे ले नहीं जा सके और वहीं छुपा दिया था. अब सवाल यह उठ रहा है कि लगातार निगरानी वाली यार्ड में चोरों की पहुंच कैसे हो जा रही है?















































































