KATIHAR. असम स्थित कोकराझार के पास रेलवे ट्रैक को विस्फोट कर उड़ाने का प्रयास किया गया. मालगाड़ी चालक और गार्ड ने स्थिति को भांपते हुए ट्रेन रोककर बड़ा हादसा टाल दिया. घटना बुधवार की रात लगभग 1:00 बजे की है. उस समय मालगाड़ी सलाकाटी और कोकराझार के बीच से गुजर रही थी. ट्रेन प्रबंधक को झटका लगने का अहसास हुआ और इसके बाद मालगाड़ी को रोका गया.
जांच करने पर पता चला कि बम विस्फोट से ट्रैक और स्लीपरों को नुकसान पहुंचा है. सूचना मिलते ही राज्य पुलिस, आरपीएफ के अलावा दूसरी एजेंसियां पहुंच गयी. तीन घंटे तक मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन रोककर रखा गया. सुबह 5:25 के बाद ट्रेनों की आवाजाही सामान्य हो गयी थी. घटना को लेकर 8 ट्रेनों का जहां-तहां रोका गया था.
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने भी मीडिया से बातचीत में घटना की पुष्टि की है. रेलवे की ओर से से जारी बयान में बताया गया कि फिलहाल ट्रेनों का आवागमन शुरू कर दिया गया है. मगर विशेष निगरानी और चौकसी बरती जा रही है. वही इस घटना के बाद कटिहार रेल मंडल क्षेत्र में भी रेलवे ट्रैक की चौकसी बढ़ा दी गई है.
कटिहार रेल मंडल के वरीय सुरक्षा आयुक्त संदीप कुमार ने बताया कि अलीपुरद्वार रेल मंडल क्षेत्र में कोकराझार रेलवे स्टेशन के समीप हुए सस्पेक्ट बम ब्लास्ट की सूचना के बाद रेलवे सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. विभिन्न जगहों पर रेलवेसुरक्षा बल की विशेष बटालियन को रेलवे ट्रैक पर
गश्ती लगानेका आदेश दिया गया है. कटिहार रेल मंडल के पश्चिम बंगाल क्षेत्र में स्थित विभिन्न रेललखंड के रेलवे ट्रैक की निगरानी की जा रही है. इसे लेकर आरपीएफ के विभिन्न वरीय और पोस्ट कमांडरों को विशेष आदेश जारी किये गये है.
असम के पुलिस महानिदेशक पहुंचे, सुरक्षा का लिया जायजा
असम के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) हरमित सिंह ने गुरुवार को कोकराझार का दौरा किया और कोकराझार और सलाकाटी स्टेशनों के बीच आधी रात को हुए एक शक्तिशाली आईईडी विस्फोट के बाद सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. इस विस्फोट में रेलवे ट्रैक का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था.

हरमित सिंह, डीजीपी, असम
डीजीपी सिंह ने घटना का आकलन करने और निवारक उपायों की योजना बनाने के लिए चराईखोला स्थित सातवीं बटालियन के पुलिस शिविर में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उन्होंने अधिकारियों को पूरे जिले में, खासकर रेलवे लाइनों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया. उन्होंने राज्य पुलिस, रेलवे पुलिस और केंद्रीय बलों के बीच समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया. मीडिया से बात करते हुए, सिंह ने पुष्टि की कि विस्फोट एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हुआ था. उन्होंने कहा, “फोरेंसिक नमूने एकत्र कर लिए गए हैं। जाँच जारी है और जल्द ही जिम्मेदार लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.”
