Varanasi. प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश को चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का तोहफा दिया है. पीएम मोदी ने शनिवार को वाराणसी रेलवे स्टेशन पर चार वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों हरी झंडी दिखाई. इनमें सबसे प्रमुख ट्रेन वाराणसी से खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस है, जो काशीवासियों और पूर्वांचल के लिए एक बड़ा उपहार मानी जा रही है. पीएम ने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बनारस (मंडुवाडीह) रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर आठ से ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई.
वाराणसी को मिलने वाली 8वीं वंदे भारत है. नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु मार्गों पर चलेंगी. प्रमुख गंतव्यों के बीच यात्रा के समय को उल्लेखनीय रूप से कम करने के जरिए, ये ट्रेनें क्षेत्रीय गतिशीलता में वृद्धि करेंगी, पर्यटन को बढ़ाएंगी और देश भर में आर्थिक कार्यकलापों को बढ़ावा देंगी.
इनमें बनारस–खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस सीधी कनेक्टिविटी देगी. मौजूदा विशेष ट्रेनों के मुकाबले वंदे भारत एक्सप्रेस से करीब 2 घंटे 40 मिनट की मिनट बचत होगी. यह ट्रेन वाराणसी, प्रयागराज और चित्रकूट जैसे प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्रों को जोड़ेगी. इसी तरह लखनऊ–सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस लखनऊ से सहारनपुर की दूरी लगभग 7ः45 मिनट में पूरी करेगी. इससे लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, बरेली, मुरादाबाद, बिजनौर और सहारनपुर के यात्रियों को लाभ होगा. इसके जरिए रुड़की होते हुए हरिद्वार तक की यात्रा भी आसान हो जाएगी. फिरोजपुर–दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस अपने रूट की सबसे तेज ट्रेन होगी.
वंदे भारत से यात्रा करने पर 2 घंटे 40 मिनट का समय बचेगा
वाराणसी से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, नई वंदे भारत एक्सप्रेस वर्तमान में चल रही विशेष ट्रेनों की तुलना में करीब 2 घंटे 40 मिनट का समय बचाएगी. इससे यात्रियों को तेज, आरामदायक और आधुनिक यात्रा का अनुभव मिलेगा. साथ ही यह ट्रेन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल खजुराहो तक श्रद्धालुओं और पर्यटकों को सुगम पहुंच प्रदान करेगी, जिससे पर्यटन उद्योग को नया आयाम और आर्थिक गति मिलेगी.
पीएम मोदी ने कहा कि आज वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें, भारतीय रेलवे की अगली पीढ़ी की नींव तैयार कर रही हैं. ये भारतीय रेलवे को ट्रांसफॉर्म करने का एक पूरा अभियान है. वंदे भारत भारतीयों की, भारतीयों द्वारा, भारतीयों के लिए बनाई गई ट्रेन है. जिस पर हर भारतीय को गर्व है.
इसके जरिए दिल्ली से बठिंडा और पटियाला जैसे पंजाब के प्रमुख शहरों के बीच संपर्क मजबूत होगा. एर्नाकुलम–बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस एर्नाकुलम से बेंगलुरु 8 घंटे 40 मिनट में पहुंचेगी. इससे लगभग यात्रियों का 2 घंटे से अधिक के समय की बचत होगी.
रेलमंत्री और मुख्यमंत्री ने किया पीएम का स्वागत
इसके पहले स्टेशन पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वाराणसी में चार नयी ‘वंदे भारत’ एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कि देश के अनगिनत तीर्थ क्षेत्र वंदे भारत के नेटवर्क से जुड़ रहे हैं और यह भारत की विरासत के शहरों को देश के विकास का प्रतीक बनाने की दिशा में एक अहम कदम है.
न मेल-न एक्सप्रेस, शहर को सीधे मिली वंदे भारत ट्रेन
खजुराहो से एक भी सुपरफास्ट ट्रेन नहीं है. वाराणसी और खजुराहो के बीच तो एक भी सीधी ट्रेन नहीं. लोगों ट्रेन बदल -बदल कर जाना पड़ता था. इसके अलावा एक-दो साप्ताहिक में स्पेशल ट्रेनें थीं. इस वजह से लोगों को सफर करने में परेशानी होती थी. अब रेलवे ने खुजराहो से वाराणसी के बीच सीधे वंदे भारत ट्रेन का तोहफा दिया है.
- बनारस-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस
- लखनऊ-सहारनपुर वंदे भारत एक्सप्रेस
- फिरोजपुर-दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस
- एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस
















































































