- नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे (NFR) का पायलट प्रोग्राम सफल रहा, अब देश भर में शुरू की गयी योजना
ट्रेन यात्रा के दौरान मोबाइल फोन खोने या चोरी होने पर अब चिंता करने की आवश्यकता नहीं है. रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने दूरसंचार विभाग के साथ मिलकर चोरी गये मोबाइल फोन को खोजने की तरकीब निकाल ली है. यह काम RPF दूरसंचार विभाग के सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) पोर्टल के साथ सहयोग स्थापित कर करेगा.
डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा की गयी जानकारी के अनुसार यदि रेलवे स्टेशन या ट्रेन में फोन चोरी या गुम हो जाता है, तो इसे आरपीएफ और संचार एप की सहायता से ट्रेस किया जा सकता है. इसके अलावा, यदि फोन नहीं मिलता है, तो एप के माध्यम से फोन को ब्लॉक भी किया जा सकता है. एप का नाम संचार साथी है और नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे (NFR) ने इस योजना को पायलट प्रोग्राम के तहत अमल में लाया और सफलता के बाद इसे पूरे देश में लागू करने करने की योजना पर काम चल रहा है.
संचार साथी सरकारी एप्लिकेशन है, जो 2023 में पेश हुआ था
संचार साथी एक सरकारी एप्लिकेशन है, जिसे केंद्र सरकार के दूरसंचार विभाग ने जनवरी 2023 में पेश किया. इस एप के माध्यम से उपयोगकर्ता मोबाइल से साइबर धोखाधड़ी या फर्जी कॉल्स की शिकायत कर सकते हैं. इसके अलावा, यह एप चोरी या खोए हुए फोन का पता लगाने और उसे ब्लॉक करने की सुविधा भी प्रदान करता है. इससे पहले, सरकार ने 2023 में संचार साथी पोर्टल की शुरुआत की थी, जिसके जरिए लोग धोखाधड़ी कॉल्स और संदेशों की शिकायत कर सकते हैं. उपयोगकर्ता खोए हुए मोबाइल में लगे सिम को भी ब्लॉक कर सकते हैं और अपने आधार कार्ड से जुड़े मोबाइल नंबर की स्थिति की जांच कर सकते हैं.
आप संचार साथी एप को वेबसाइट पर उपलब्ध क्यूआर कोड को स्कैन करके डाउनलोड कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, आप सीधे प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर पर जाकर भी इसे प्राप्त कर सकते हैं. एप डाउनलोड करने के बाद, आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके लॉगिन करना होगा, जिसके बाद आप इसके विभिन्न फीचर्स का उपयोग कर सकेंगे. यदि ट्रेन में यात्रा के दौरान आपका फोन चोरी हो जाता है या खो जाता है, तो आप किसी अन्य फोन पर संचार साथी एप डाउनलोड करके अपने फोन को खोज सकते हैं और उसे ब्लॉक भी कर सकते हैं. रेलवे स्टेशन या ट्रेन में फोन चोरी होने की स्थिति में, आपको आरपीएफ को सूचित करना होगा, जिसके बाद आरपीएफ संचार साथी एप की सहायता से फोन की जानकारी प्राप्त करेगी.
शिकायत के लिए यात्रियों के पास रहेंगे ये भी विकल्प
यात्री खोए हुए मोबाइल फोन की रिपोर्ट रेल मदद एप या 139 नंबर पर कर सकते हैं. यदि वे एफआईआर दर्ज नहीं कराना चाहते, तो सीईआईआर पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करने का विकल्प भी उपलब्ध है. सीईआईआर पोर्टल पर पंजीकरण करने पर आरपीएफ की जोनल साइबर सेल शिकायत को दर्ज करेगी और आवश्यक जानकारी भरने के बाद डिवाइस को ब्लॉक कर देगी. यदि खोए हुए फोन के साथ सिम कार्ड भी मिल जाता है, तो उपयोगकर्ता को निकटतम आरपीएफ पोस्ट पर लौटाने की सलाह दी जाएगी. इसके बाद, असली उपयोगकर्ता आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करके अपना फोन वापस प्राप्त कर सकता है. फोन मिलने के बाद, शिकायतकर्ता सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से फोन को अनब्लॉक करने का अनुरोध कर सकता है, जिसमें RPF से सहायता भी प्राप्त होगी.
