RAIPUR/CKP. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर मंडल में ट्रेन से लेकर स्टेशन तक अवैध वेंडरों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. मामले की गंभीरता का आलम यह है कि यहां रायपुर डीआरएम ने आधा दर्जन ट्रेनों में औचक जांच की और 11 से अधिक अवैध वेंडरों को ट्रेन में फेरी करते पकड़ा. अभियान अवैध वेंडिंग और टिकट चेकिंग को लेकर चलाया गया.
डीआरएम दयानंद के नेतृत्व में मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश सिंह, पांच वाणिज्य निरीक्षकों, पांच वाणिज्य कार्यालय स्टाफ, और पांच टीटीई की टीम ने रायपुर, दुर्ग, भाटापारा स्टेशनों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, साउथ बिहार एक्सप्रेस, अमरकंटक एक्सप्रेस, हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस, इंटरसिटी, के अलावा कई पैसेंजर ट्रेनों में औचक जांच की.
अभियान में 11 अनाधिकृत वेंडरों को पकड़ा गया जबकि कई अभियान की जानकारी मिलने के बाद विभिन्न स्टेशनों पर उतरकर फरार हो गये. हालांकि जो वेंडर पकड़े गये उससे RPF के उन दावों की पोल खुल गयी है कि जिसमें कहा जाता है कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) अवैध वेंडरों के खिलाफ सक्रियता से कार्रवाई करता है. यह बड़ा संदेश आरपीएफ के उन बड़े अधिकारियों को जाता है जो यह बता नहीं पाते कि आखिर यह खेल किसके संरक्षण में चलता है ?
डीआरएम/सीकेपी ने सीनियर डीसीएम को दिया जांच का आदेश, खानापूर्ति रह गई कार्रवाई
रायपुर, बिलासपुर से लेकर चक्रधरपुर और खड़गपुर डिवीजन तक ट्रेनों से लेकर स्टेशनों पर अवैध वेंडरों की गतिविधियां और इसमें दलालों के रूप में अपराधियों की इंट्री को लेकर कई मंचों से चिता जतायी जाती रही है. बीते दिनों ट्रेनों और स्टेशन पर चलने वाली अवैध गतिविधियों की फोटो और वीडियो फुटेज के साथ सूचना डीआरएम चक्रधरपुर तक पहुंचायी गयी थी. इस पर डीआरएम चक्रधरपुर ने सीनियर डीसीएम का जांच व कार्रवाई का आदेश दिया था. हालांकि यह आदेश रस्म आदायगी बनकर रह गया.
यहां करें क्लिक …. देखें चक्रधरपुर डिवीजन के ट्रेनों का हॉल
झारसुगुड़ा, राउरकेला, चक्रधरपुर, टाटानगर, खड़गपुर स्टेशनों के वीडियो फुटेज की जांच करा ली जाये तो यह स्पष्ट हो जायेगा कि अवैध वेंडरों की धमाचौकड़ी का आलम क्या है? राउरकेला में तो किसी स्टॉल के पास फूड वेंडिंग लाईसेंस तक नहीं लेकिन यहां दो दर्जन से अधिक अवैध हॉकर कुछ चुनिंदा सफेदपोशों के संरक्षण और आरपीएफ इंस्पेक्टर की मिलीभगत से इस कृत्य को अंजाम देते हैं. जिसमें उन्हें कॉमर्शियल के सीआई और कैटरिंग इंस्पेक्टर का भी पूरा संरक्षण मिलता है. यही कारण है कि यदा-कदा कार्रवाई की खानापूर्ति तो की जाती है लेकिन यह धंधा पूरी तरह बंद नहीं कराया जाता.
अवैध वेंडर यात्रियों से मारपीट करने से भी नहीं डरते, राउरकेला में हुई थी चाकूबाजी
18 अप्रैल 2025 को 12844 (अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस) के जनरल कोच में दुर्ग स्टेशन पर एक वेंडर ने यात्री से मारपीट की थी. शिकायत करने के बाद दुर्ग स्टेशन पर फल बेच रहे 12 वेंडरों के खिलाफ को पकड़कर जुर्माना किया गया. यही नहीं चक्रधरपुर रेलमंडल में राउरकेला से झारसुगुड़ा के बीच एक वेंडर ने ट्रेन में मामूली विवाद पर यात्री पर चाकू से हमला कर दिया था. हालांकि इस मामले को आरपीएफ की ओर से रिपोर्ट के बाद भी दबा दिया गया.
