BILASPUR. छत्तीसगढ़ के दुर्ग से बिहार के छपरा जाने वाली सारनाथ एक्सप्रेस में TTE (Travelling Ticket Examiner) साहब टिकट जांच कर रहे थे. टीटीई साहब नशे में धुत्त थे. वह टिकट को लेकर जुर्माना भी वसूल रहे थे. हालांकि यात्रियों को टीटीई के ड्रेस पहनने के अंदाज और दूसरी गतिविधियों पर शक हुआ. इसमें बाद जब जांच करायी गयी तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया. घटना शनिवार रात की है. यात्रियों की सूचना पर रेलवे की टीम ने टीटीई की ड्रेस पहलकर पैसे वसूलते शातिर ठग को धर दबोचा. जांच में पता चला कि यह फर्जी टीटीई था.
सारनाथ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच M1, M2, S1 और S2 में काला कोट पहनकर टिकट चेक कर रहे TTE पर यात्रियों को पहले शक हुआ. उसका व्यवहार असामान्य था. टीटीई की ड्रेस की जगह वह सिर्फ काला कोट पहने था. एक यात्री ने तुरंत दूसरे कोच के टीटीई को इसकी जानकारी दी.
असली टीटीई ने जब युवक से पूछताछ की तो वह नशे में धुत पाया गया और खुद को टीटीई बताने की कोशिश कर रहा था. असली टीटीई ने तुरंत ट्रेन स्टाफ और सुरक्षा बलों को सूचित किया. उसलापुर स्टेशन पार करने के बाद आरपीएफ और जीआरपीएफ की टीम ने कार्रवाई करते हुए युवक को पेंड्रारोड स्टेशन पर पकड़ लिया.
पकड़ा गया फर्जी टीटीई हामिद हुसैन, पिता अहमद हुसैन, निवासी जलेबी चौक, भिलाई पावर हाउस का रहने वाला निकला. पूछताछ में पता चला कि वह कई दिनों से काला कोट पहनकर टीटीई बनकर यात्रियों से पैसे वसूल रहा था. पेंड्रारोड जीआरपी ने उसे मामला दर्ज कर जेल भेज दिया है.















































































