- नेता विपक्ष राहुल गांधी के जुबानी हमलों से तिलमिलाएं रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने की थी कई घोषणाएं
- सितम्बर 2024 में रेलमंत्री के आदेश के बावजूद नहीं गठित हो सकी कमेटी, कौन है जिम्मेदार !
NEW DELHI. रेलवे की गति को रफ्तार देने में जुटे दो लोको पायलटों की 24 घंटे में दर्दनाक मौत पर चालक वर्ग आक्रोश में है. उनके निशाने पर हैं रेलवे यूनियन के नेता और लगातार घोषणा व वादे करने वाले रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव. कहा जा रहा है लोको पायलटों को लेकर नेता विपक्ष राहुल गांधी के जुबानी हमलों से तिलमिलाये रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते साल ही आनन-फानन कई घोषणाएं की. पायलटों की समस्या को कमेठी गठन कर जानने, ब्रेक फास्ट और नेचुरल कॉल के लिए समय दिए जाने, बायो टॉयलेट और बायो यूरिनल लगवाए जाने की व्यवस्था की बात भी कही लेकिन सितम्बर 2024 की घोषणा के बाद अब तक कमेटी का गठन ही नहीं हो सका है.
मालदा के महिपालपुर रोड रेलवे स्टेशन में जमालपुर में महिला सहायक लोको पायलट महारानी कुमारी के रन ओवर के कुछ घंटों बाद ही दिल्ली मंडल के तुकलकाबाद में लोको पायलट गुड्स नरेश सैनी हादसे का शिकार हो गये. वहीं कोटा में बीते दिनों ही पायलट मनीष शर्मा रनओवर हो गये थे. इन घटनाओं के बाद रनिंग स्टॉफ के अलावा, ऑल इंडिया रनिंग स्टॉफ एसोसिएशन, लोको स्टॉफ एसोसिएशन समेत कई संगठनों ने चिंता जतायी है. रेल प्रबंधन के प्रति भारी चालकों में आक्रोश भी है लेकिन इसकी परिणति सुधार की दिशा में क्या होगी इसे लेकर अब भी सवाल उठाये जा रहे हैं.
MALDA हादसा : इंजन खड़ा कर शौच को गयी सहायक महिला लोको पायलट की ट्रेन से कटकर मौत, विरोध-प्रदर्शन
महिला चालकों की समस्या से रेलमंत्री को कराया था अवगत
नेचुरल कॉल के लिए इंजन से उतरी महारानी कुमारी के साथ हुए हादसे की तरह घटनाओं की आशंका पहले भी जतायी गयी थी. महिला लोको पायलट कॉमरेड अंजली ने दिल्ली में राहुल गांधी से मिलकर इसकी जिक्र किया था. उसके बाद रेलमंत्री से भी मिलकर महिला लोको पायलटों की समस्याओं व आशंकाओं का जिक्र किया गया. महिला पायलटों ने बताया कि यूरिनल के लिए उन्हें घंटों तक इंतजार करना पड़ता है, कई बार तो कई-कई घंटे तक वे इससे बचने के लिए पानी नहीं पीती है, क्योंकि किसी भी मालगाड़ी में यूरिनल और टायलेट अब तक नहीं लगाया जा सका है.

सहायक लोको पायलट महारानी कुमारी (फाइल फोटो)
क्रू-लाबियों में दिवंगत पायलट को दी गयी श्रद्धांजलि
बीते बुधवार की शाम फ्रेश होने के लिए नीचे उतरी सहायक लोको पायलट महारानी कुमारी को महिपालपुर रोड रेलवे स्टेशन में एक्सप्रेस ट्रेन काटते हुए निकल गई. उनके शरीर के सैकड़ों टुकड़े हो गये थे. उनके शव के टुकड़ों को पोस्टमार्टम के लिए समेटकर ले जाना पड़ा. लोको पायलट के दो छोटे बच्चे हैं. आक्रोश के बीच पूमरे जोन हाजीपुर जाने समेत कई डिवीजन के क्रू-लाबियों में दिवंगत सहायक लोको पायलट महारानी कुमारी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. लोको पायलटों का कहना है कि रेल प्रशासन इसकी जिम्मेदारी ले .
