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रेल मंत्रालय ने MEMBER (S&T) का पद पुनः सृजित करने के IRSTMU के अनुरोध को किया खारिज

  • रेलवे बोर्ड ने 2020 में सदस्य (सिग्नल एवं दूरसंचार) का पद भंग कर दिया था 
  • 24 सितंबर, 2024 को पीएमओ से पद पुनः सृजित करने का किया था अनुरोध  

NEW DELHI. रेल मंत्रालय ने भारतीय रेलवे एसएंडटी मैंटेनर्स यूनियन (IRSTMU) द्वारा 2020 में भंग किए गए सदस्य (सिग्नल एवं दूरसंचार) के पद को पुनः सृजित करने के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है. IRSTMU के महामंत्री आलोक चन्द्र प्रकाश ने 24 सितंबर, 2024 को अपने शिकायत पोर्टल के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि सदस्य (एसएंडटी) का पद पुनः सृजित किया जाए जो सएंडटी कर्मचारियों के हितों की पूर्ति करेगा, जो वर्तमान में खुद को अलग-थलग महसूस कर रहे हैं.

आईआरएसटीएमयू के महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश ने शिकायत पत्र में इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पहली बार महानिदेशक (एसएंडटी) के पद को 16 अप्रैल, 2019 को सदस्य (एसएंडटी) में अपग्रेड किया गया था, हालांकि, लगभग डेढ़ साल बाद 8 सितंबर, 2020 को इसे सदस्य (इंफ्रास्ट्रक्चर) के नए पद के साथ बदल दिया गया.

पीएमओ ने यूनियन के अनुरोध को रेल मंत्रालय को भेज दिया, जिसने हाल ही में यूनियन को सूचित किया कि, “रेलवे बोर्ड के कार्यालय में संबंधित शाखा/अधिकारियों के साथ आवश्यक जांच/विचार-विमर्श के बाद, इसे वर्तमान में व्यवहार्य नहीं पाया गया है.” प्रकाश ने मंत्रालय के निर्णय पर निराशा व्यक्त की और कहा कि सिग्नल और दूरसंचार कर्मचारी रेल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन रेलवे बोर्ड में ऐसा कोई नहीं है जो हमारी शिकायतों का प्रतिनिधित्व करे और हमारी मांगों की रक्षा कर सके.

प्रकाश ने बोर्ड में सदस्य (एस एंड टी) के एक अलग पद की अपनी मांग को उचित ठहराते हुए कहा, “देश में सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए एक मजबूत और सक्षम एस एंड टी कार्यबल महत्वपूर्ण है. हाल के दिनों में, सिगनल पहलुओं में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण कई दुर्घटनाएं हुई हैं.” उन्होंने कहा, “रेलवे के गियर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. ट्रेन संचालन में कई गुना वृद्धि हुई है. नई लाइनें बिछाई गई हैं और कई नए स्टेशन बने हैं, लेकिन दुर्भाग्य से कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई है. इसके विपरीत, विभाग में रिक्तियां हैं, जिससे मौजूदा कर्मचारियों पर अतिरिक्त तनाव और बोझ पड़ रहा है.”

मंत्रालय का निर्णय काफी निराशा जनक है. सिग्नल और दूरसंचार कर्मचारी रेल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन रेलवे बोर्ड में ऐसा कोई नहीं है जो उनकी शिकायतों का प्रतिनिधित्व करे और उनकी मांगों की रक्षा कर सके.

आलोक चंद्र प्रकाश, महासचिव, IRSTMU

वर्तमान में रेलवे बोर्ड में इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैक्शन और रोलिंग स्टॉक, संचालन और व्यवसाय विकास तथा वित्त के लिए चार सदस्य पद हैं. एसएंडटी कर्मचारियों की यह लंबे समय से लंबित मांग है कि एक अलग सदस्य (एसएंडटी) पद बनाया जाए क्योंकि उनका मानना है कि ट्रेन संचालन में उनकी भूमिका ट्रैक्शन और रोलिंग स्टॉक जितनी ही महत्वपूर्ण है.

प्रकाश ने पीएमओ को लिखे अपने शिकायत पत्र में अतिरिक्त सदस्य (सिग्नल) का पद भरने का भी अनुरोध किया था क्योंकि यह 1 फरवरी, 2023 को खाली हो गया था. मंत्रालय ने कहा, “यह सूचित किया जाता है कि श्रीमती विजयलक्ष्मी कौशिक को बोर्ड के 16.10.2024 के आदेश के अनुसार एएम (सिग्नल) के रूप में नियुक्त किया गया है.”

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