Jhargram. दक्षिण पूर्व रेलवे अंतर्गत टाटानगर-खड़गपुर सेक्शन के बांसतला रेलवे स्टेशन के पास जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आकर गुरुवार की रात तीन हाथियों की जान चली गई. हाथियों के दो बच्चों सहित तीनों हाथी पटरी पर कुचलकर मारे गए. वन विभाग के अनुसार संभवत: झारखंड के दलमा जंगल से आया हाथियों का झुंड जंगल से गुजर रहा था. खड़गपुर-टाटानगर सेक्शन पर तेज गति से आ रही जनशताब्दी एक्सप्रेस ने तीन हाथियों को पटरी पर कुचल दिया.
30 हाथियों का झुंड वहां मौजूद रहने के कारण रेलकर्मी व अन्य लोग उस स्थान पर जाने तक से कतराते रहे. घटना के बाद झुंड में शमिल 4 अन्य हाथी क्षेत्र के आसपास मंडरा रहे है. अपने झुंड के हाथी साथी की मौत से आक्रोशित है. यह झुंड बार-बार रेलवे ट्रैक के समीप पहुंच रहा है. हाथियों की गर्जना से पूरा इलाका भयभीत है. आसपास के गांव के लोग दहशत में है. ग्रामीणों के अनुसार यहां मौजूद हाथी अपने साथी हाथी के मौत का विलाप मना रहे है और इनकी दहाड़ से पूरे क्षेत्र में भय का माहौल बना हुआ है.
हुला पार्टी – स्थानीय युवाओं का एक समूह जिसे राज्य सरकार ने गांवों और खेतों में भटके हुए हाथियों को भगाने के लिए नियुक्त किया है. देर रात उस इलाके से झुंड को खदेड़ रही थी तभी झुंड के हाथ रेलवे ट्रैक पार कर गए और तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आ गये. बताया जाता है कि रेलवे को रात करीब 11 बजे क्षेत्र में हाथियों के खदेड़े जाने की सूचना दे दी गई थी. बावजूद यह घटना घटी. उत्तर बंगाल के विपरीत, सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार हाथी गलियारों में गति सीमा लागू है, लेकिन दक्षिण बंगाल में ऐसा कोई नियम नहीं हैं.
सारंडा जंगल में 3 हाथियों की हुई थी मौत
कुछ दिन पहले ही सारंडा जंगल में आईईडी विस्फोट से तीन हाथियों की जान गई थी। ईचागढ़ में दो हाथियों की मौत हुई थी।सारंडा में दो हाथी और घायल हैं, जिनकी तलाश चल रही है। यहां नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के लिए जंगल के आसपास बम बिछा रखा है.















































































