- पति-पत्नी के विवाद में खुला राज, पति ने कहा – जमीन पर लोन लेकर 15 लाख दिये, नौकरी लगते ही मुझे छोड़ दिया
KOTA. कोटा डिवीजन में रेलवे भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम को लगातार साक्ष्य मिल रहे हैं. अब तक सीबीआई ने रेलवे कर्मचारियों समेत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. यह मामला पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर (मध्य प्रदेश) के सतर्कता विभाग की शिकायत पर 21 फरवरी 2025 को दर्ज किया गया था. फिलहाल आरोपी रेलकर्मी सपना मीणा को निलंबित कर दिया गया है. काेटा के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने मीडिया को बताया कि सपना मीणा का कुछ पारिवारिक मामला चल रहा है. मामले की जांच की जा रही है.
उधर सीबीआई के रडार पर पर आये आरोपियों में गुड्स ट्रेन मैनेजर, तकनीशियन, असिस्टेंट TRD (खलासी हेल्पर) और एक डमी कैंडिडेट भी शामिल हैं. CBI का मानना है कि फर्जीवाड़े कर नौकरी लेने के मामले में 15 लाख रुपए का लेनदेन किया गया. यह मामला पति-पत्नी के बीच हुए विवाद के बाद सामने आया. कोटा निवासी मनीष मीणा ने अपनी पत्नी सपना मीणा पर रेलवे की नौकरी में धांधली का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.
मनीष ने बताया था कि सपना मीणा, जो सवाई माधोपुर की रहने वाली है. उसने 2019 में रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) अजमेर की ग्रुप-डी भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया था. आवेदन में उसने फोटो, सिग्नेचर और फिंगर मिक्सिंग करवाई थी. 2023 में आयोजित परीक्षा में सपना मीणा ने अपने एक रेलवे कर्मचारी रिश्तेदार की मदद से 15 लाख रुपए में एक डमी कैंडिडेट को परीक्षा में बैठाया था.
यही नहीं वेरिफिकेशन और मेडिकल टेस्ट दिलवाया. इस फर्जी प्रक्रिया के जरिए सपना मीणा को 25 अप्रैल 2023 को सिरसा (हरियाणा) में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद उसे बीकानेर में ज्वाइनिंग मिली और फिर 2024 में म्यूचुअल ट्रांसफर के जरिए वह कोटा डीआरएम कार्यालय में पदस्थ हो गई. इसके बाद उसने पति को छोड़ दिया.
हालांकि पति मनीष की शिकायत की प्रारंभिक जांच के बाद कोटा डीआरएम कार्यालय में कार्यरत सपना को निलंबित कर दिया, लेकिन बर्खास्त नहीं की गयी. इस मामले की जांच अब सीबीआई कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने छह लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के प्रवक्ता ने बयान में कहा, “यह भी आरोप लगाया गया है कि आरोपी डमी उम्मीदवार (लक्ष्मी मीना) रेलवे परीक्षा में शामिल हुई थी और रेलवे भर्ती परीक्षा की पूरी चयन प्रक्रिया में डमी उम्मीदवार की तस्वीरों, फर्जी पहचान पत्रों, उंगलियों के निशानों का इस्तेमाल किया गया था.” बयान में कहा गया है कि एजेंसी ने राजस्थान के कोटा और सवाई माधोपुर जिलों में आरोपियों के परिसरों की तलाशी ली.
इनके खिलाफ किया केस
- राजेंद्र कुमार मीणा – गुड्स ट्रेन मैनेजर, कोटा डिवीजन, पश्चिम मध्य रेलवे
- सपना मीणा – असिस्टेंट TRD (खलासी हेल्पर), इलेक्ट्रिकल डिपार्टमेंट, कोटा डिवीजन
- चेतराम मीणा – टेक्नीशियन-II, CWM, कोटा वर्कशॉप
- लक्ष्मी मीणा – डमी कैंडिडेट
- अज्ञात रेलवे अधिकारी
- अज्ञात निजी व्यक्ति
दो दिन पहले भी सीबीआई ने की थी कार्रवाई
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दो दिन पहले अंकुश वासन, मंडल कार्मिक अधिकारी (आईआरपीएस: 2018) पश्चिमी रेलवे, वडोदरा; संजय कुमार तिवारी, उप मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक, चर्च गेट, पश्चिमी रेलवे, मुंबई; नीरज सिन्हा, उप स्टेशन अधीक्षक और मुकेश मीना, निजी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया था. आरोपी व्यक्ति कथित तौर पर भ्रष्टाचार में शामिल थे और रेलवे विभागीय परीक्षाओं में बैठने वाले उम्मीदवारों से सकारात्मक चयन परिणाम का वादा करके पैसे वसूल रहे थे. सीबीआई ने उनके संबंधित कार्यालयों और आवासीय परिसरों की तलाशी ली थी. रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को लेकर सीबीआई लगातार कार्रवाई कर रही है.
