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Jharsuguda : डीआरएम के सामने ही लॉबी में ”फेल” हो गयी BT मशीन, चीफ क्रू कंट्रोलर काे मिली फटकार

झरसुगुड़ा लॉबी पहुंचे सीकेपी डीआरएम - 1
  • शिकायत पुस्तिक अचानक बदलने और कंप्लेन पर रिमॉर्क नहीं होने पर CCC को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी    
  • रेलवे मेंस यूनियन के नेताओं ने डीआरएम को बतायी लॉबी की जमीनी हकीकत, दिये सुधार व जांच के निर्देश 

JHARSUGUDA. चक्रधरपुर डीआरएम तरुण हुरिया अपने दो दिवसीय कार्यक्रम में शनिवार की सुबह अचानक 7.45 बजे झारसुगुड़ा क्रू लाॅबी पहुंच गये. उस समय लोको पायलट ऑन ड्यूटी के लिए ब्रेथ एनालाइजर (Breath Analyser) से जांच करा रहे थे. DRM के सामने ही राउरकेला के असिस्टेंट लोको पायलट की जांच में BT मशीन लाल हो गयी. ऐसा तब होता है जब कोई अल्कोहन का सेवन किया हो. हालांकि मौके पर मौजूद रेलवे मेंस यूनियन के नेताओं ने डीआरएम को जमीनी हकीकत बतायी और कहा कि यहां की मशीन कई दिनों से खराब पड़ी है.

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यूनियन नेताओं के अनुरोध पर डीआरएम के सामने ही दूसरे मशीन से असिस्टेंड लोको पायलट की जांच करायी गयी जिसमें उन्हें अल्कोहल free (Green) पाया गया. डीआरएम ने मशीन की खराबी और लोको पायलटों की परेशानी पर तत्काल कार्रवाई नहीं करने को लेकर क्रू कंट्रोल मुकेश सिंह और आरके नायक को जमकर लथाड़ लगायी. यहां लोको पायलटों ने डीआरएम को बताया कि आये दिन मशीन की गड़बड़ी के कारण किसी ने किसी का विथ एनाइजर लाल हो जाता है और जबरदस्ती उसे अस्पताल में अपना ब्लड देकर अल्कोहल जांच करानी पड़ती है. ऐसी में रनिंग स्टाफ को 24 घंटे तक ड्यूटी बुक नहीं किया जाता. हालांकि ऐसे हालात में रेलवे के नियमों अनुसार न्यूनतम 7 दिन ड्यूटी बुक नहीं करने का प्रावधान है लेकिन बोर्ड पोजीशन खराब रहने के कारण 24 घंटे बाद ही लोको पायलट को ड्यूटी दे दी जाती है. इसके बाद लॉबी में तीन और नई मशीन (BT machine) लगाने के आदेश दिये गये.

डीआरएम से मिलकर लोको पायलटों ने रखी अपनी बात

निरीक्षण के क्रम में डीआरएम ने (CCC) मुख्य क्रू कंट्रोलर को रनिंग स्टाफ के ग्रीवेंस रजिस्टर बदलने और कंप्लेंट को फॉरवर्ड नहीं करने और रजिस्टर में अधिकारियों का रिमार्क नहीं होने पर नाराजगी जतायी. उन्होंने सीसीसी को फटकार लगाई और तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया. डीआरएम ने स्पष्ट चेताया कि ऐसा करने वालों का अंजाम बहुत बुरा होगा. इसके बाद इंचार्ज अनिल कुमार सिंह ने डीआरएम से माफी मांगी और वादा किया कि किसी रनिंग स्टाफ के ग्रीवेंस को संबंधित अधिकारी तक भेजने में अब कोई कोताही नहीं की जायेगी.

यह भी पढ़ें : ECOR : लोको पायलट ने ड्यूटी आवर स्प्लिट करने से किया इंकार तो कंट्रोलर ने नहीं किया ड्यूटी ऑफ

रेलवे मेंस यूनियन के असिस्टेंट सेक्रेटरी ज्ञानी ज्ञानेंद्र, क्वार्टर कमेटी के प्रवीण आदि ने लॉबी की समस्याएं बतायी. डीआरएम को बताया कि हर दिन 150 से अधिक TO के लिए BT मशीन की संख्या कम से कम पांच होनी चाहिए लेकिन हमारी जॉइंट अपील पर अब तक सुनवाई नहीं हो सकी है. MCL section के किसी भी स्टेशन में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. डीआरएम ने अलगे माह तक सभी स्टेशन में RO plant लगाने का आश्वान दिया.

निरीक्षण के दौरान ARM/JSG विनय कुमार सिंह, CCC/JSG अनिल कुमार सिंह एवं CLI HH swain, नवीन कुमार, DTI सोना बाबू एवं अन्य रेलवेअधिकारी लॉबी में मौजूद थे.

MIDH स्टेशन में पाथवे की शिकायत, दो घंटे में शुरू हो गयी मापी 

रेलवे यूनियन की ओर MIDH स्टेशन में पाथवे नहीं होने से लोको पायलटों के साथ हादसे की आशंका की शिकायत की गयी. अनुरोध किया गया कि जब तक pathway नहीं बन जाता है तब तक स्टेशन के सामने ही crew बदला जाये. डीआरएम ने इसे लेकर आदेश दिये लेकिन दो घंटे बाद ही MIDH स्टेशन में पाथवे के लिए मापी का काम शुरू होने की बात सामने आयी. यूनियन की ओर से NON Run मैं रनिंग कर्मचारी की बुकिंग पर सवाल उठाया गया. डीआरएम ने रनिंग स्टाफ के बोर्ड पोजीशन पर आश्वासन दिया कि कीबोर्ड पोजीशन ठीक करने की दिशा में काम चल रहा है.

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