Chapra. पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) के छपरा-सीवान रेलखंड पर अब रेल यातायात और यात्रियों की सुविधा को और बेहतर बनाने के लिए बड़ी योजना पर काम शुरू हो गया है. कोपा सम्हौता से भटनी तक 104 किलोमीटर और छपरा ग्रामीण से कोपा सम्हौता तक 24 किलोमीटर की लंबाई में तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण किया जाएगा. इस परियोजना को लेकर रेलवे ने सर्वेक्षण कार्य आरंभ कर दिया है. इसके तहत 128 किलोमीटर लंबे रेल सेक्शन पर दो नई रेल लाइनों का निर्माण प्रस्तावित है.
यह परियोजना पूर्वोत्तर रेलवे की संरचनात्मक क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. छपरा से होकर गुजरने वाले इस व्यस्त रूट पर अब दो अतिरिक्त रेल लाइनें बनने से ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी और ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी. तीसरी और चौथी लाइन से मालगाड़ियों के संचालन में भी तेजी आएगी, जिससे वाणिज्यिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा.
सर्वे का कार्य जोरों पर, विभागों से मांगा सहयोग
रेलवे ने इस परियोजना की शुरुआत सर्वे कार्य से की है, जो विभिन्न तकनीकी, भौगोलिक और प्रशासनिक पहलुओं की जांच कर रहा है. सर्वेक्षण कार्य में आ रही चुनौतियों को लेकर रेलवे अधिकारियों ने सारण जिले के जिलाधिकारी अमन समीर के साथ बैठक की. बैठक में सर्वे के दौरान आ रही भू-अर्जन, वन भूमि, सड़क और नहर क्रॉसिंग जैसी समस्याओं को चिन्हित किया गया.
बैठक में जिलाधिकारी अमन समीर ने भरोसा दिलाया कि सर्वे कार्य को सफलतापूर्वक पूरा कराने के लिए सभी आवश्यक विभागों से समन्वय कराया जाएगा. उन्होंने वन प्रमंडल पदाधिकारी, भू-अर्जन पदाधिकारी, पथ प्रमंडल, ग्रामीण कार्य विभाग, नहर प्रमंडल, लघु सिंचाई विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को रेलवे को आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक सहयोग देने का निर्देश दिया.
परियोजना के फायदे
- ट्रेनों की रफ्तार और संख्या में वृद्धि
- मालगाड़ियों के संचालन में सुगमता
- छपरा-भटनी सेक्शन पर ट्रैफिक दबाव होगा कम
- यात्रियों को समय पर ट्रेन मिल सकेगी
- विकास के नए द्वार खुलेंगे, रोजगार भी मिलेगा
- अभी दो लाइन, जल्द चार लाइन
वर्तमान में कोपा सम्होता से भटनी और कोपा से छपरा ग्रामीण के बीच दोहरी रेल लाइन है. लेकिन लगातार बढ़ते ट्रैफिक और ट्रेनों की मांग को देखते हुए तीसरी और चौथी लाइन का निर्माण अपरिहार्य हो गया है. यह निर्माण न केवल रेल व्यवस्था को आधुनिक बनाएगा, बल्कि सारण जिला रेलवे मानचित्र पर और अधिक अहम स्थान प्राप्त करेगा.
रेलवे की विकास योजना का अगला चरण
यह परियोजना ‘विजन 2047’ और भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे को वैश्विक मानकों तक ले जाने की दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है. रेलवे मंत्रालय इस बात को लेकर प्रतिबद्ध है कि भीड़भाड़ वाले रूटों को मल्टी-ट्रैकिंग से सुसज्जित किया जाए. छपरा को अब रेलवे के एक और बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट से जोड़ दिया गया है. आने वाले वर्षों में जब यह तीसरी और चौथी लाइन बनकर तैयार होगी, तो छपरा, कोपा, सीवान और भटनी जैसे क्षेत्रों को आर्थिक और यातायात दोनों दृष्टिकोणों से बड़ी राहत और विकास का मार्ग मिलेगा.
