- तो क्या भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी विभागीय पदोन्नति परीक्षा !!
PATNA. रेलवे की विभागीय पदोन्नति परीक्षा कए बार फिर से विवादों में है. रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ/पूर्व मध्य रेलवे/पटना (RRC/ECR/PATNA) ने GDCE की विभागीय पदोन्नति परीक्षा के उस परिणाम को आखिरकार रद्द कर दिया है, जिसे 19.06.2025 को जारी किया गया था. इसे लेकर RRC/PATNA ने अधिसूचना 22/2023 दिनांक 26.06.2025 को जारी की है. इस परीक्षा के परिणाम सामने आने के बाद अभ्यार्थियों ने Merit Index का पालन नहीं करने का मामला उठाया है.
अभ्यार्थियों का आरोप था कि रेलवे बोर्ड द्वारा जारी फार्मूला के अनुसार परीक्षा का मेघा सूचकांक विभिन्न शाखाओं के अलग-अलग टाॅप 10 अभ्यर्थी या 0.1% अभ्यर्थियों का औसत निकाल कर जारी किया जाना था, लेकिन रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ/पटना ने मेघा सूचकांक के नियमों का पालन नहीं किया, जिससे यांत्रिक शाखा के अभ्यर्थियों को अन्य शाखाओं की अपेक्षा पदोन्नति में अधिक अवसर मिला है. आरोप था कि कुछ लेागों को अवांछित तरीके से फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया है.
इस मामले को railhunt और railwellwishers ने गंभीरता से उठाया और बात रेलवे बोर्ड से लेकर कार्मिक महानिदेशक स्तर तक पहुंचायी गयी. इसके बाद आनन-फानन में गुरुवार को RRC/ECR/PATNA ने उक्त परिणाम को रद्द करने का नोटिस जारी कर दिया. RRC/PATNA द्वारा परिणाम रद्द करने की कवायद से यह स्पष्ट हो गया है कि विभागीय पदोन्नति परीक्षा का परिणाम जारी करने में मानको पालन नहीं किया गया था. यह बात मीडिया में सामने आने के बाद यह कार्रवाई आनन-फानन में की गयी.
कौन लोग है जिम्मेवार, क्या होगी उन पर कार्रवाई
अब सवाल यह उठ रहा है कि रेलवे बोर्ड की गाइडलाइन, रेलकर्मियों की योग्यता और मेधा को दरकिनार कर परीक्षा के परिणाम जारी करने वाले कौन लोग थे? अब यह देखना है कि इस मामले में रेलवे बोर्ड अथवा जोनल मुख्यालय अधिकारियों पर क्या जिम्मेदारी तय करता है ? आरोप यह भी लग रहा है कि Merit Index को लेकर बड़े स्तर पर गोलमाल किया गया जिसमें कई अभ्यार्थियों को फायदा पहुंचाया गया था. परिणाम रद्द किये जाने के बाद पूरे मामले की गंभीरता से जांच की मांग उठायी जा रही है.
10.01.2025 को परीक्षा हुई और 19.06.2025 को आया था परिणाम
रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ, पटना ने (RRC/ECR/HRD/RECTT/GDCE/2023) दिनांक 16.08.2023 को अधिसूचना जारी कर सामान्य विभागीय प्रतियोगी परीक्षा (GDCE) के लिए रिक्तियों का विभागीय विवरण के साथ पात्रता की शर्तें एवं चयन प्रक्रिया का विवरण भी जारी किया था. इसमें आवेदन करने की अंतिम तिथि 16.09.2023 थी लेकिन परीक्षा का आयोजन 10 जनवरी 2025 को किया गया. 16 माह बाद 19.06.2025 को इसका परिणाम जारी किया गया. इसके बाद परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों ने परिणाम जारी करने में रेलवे बोर्ड के दिशानिर्देशों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. अवेदकों ने चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि Merit Index का अनुपालन नहीं करने के कारण उन्हें विभागीय पदोन्नति के अवसर से वंचित कर दिया गया है.
