- दुर्ग आरपीएफ के अभियान में गांजा तस्कर गिरोह के दो लोग पकड़ाये. 2,22,000 का माल जब्त
RAIPUR. रायपुर रेल मंडल के आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट के निर्देश पर गांजा तस्कर और अवैध वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इस विशेष ड्राईव में दुर्ग आरपीएफ पोस्ट ने गांजा तस्करी के गिरोह को पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. हालांकि अब तक अवैध वेंडरों पर की जाने वाली कार्रवाई की कोई जानकारी सामने नहीं आयी है लेकिन रेल महकमे में ही यह सवाल उठाया जाने लगा है कि क्या RPF को स्पेशन ड्राइव के दौरान ही अवैध वेंडर और गांजा तस्कर दिखायी देते हैं? क्या अन्य दिनों में उनकी गतिविधियां ठप हो जाती है ?
वर्तमान खबर के अनुसार रेसुब पोस्ट दुर्ग व विखुशा रायपुर के साथ ऑपरेशन नारकोस के तहत मिली सूचना पर रेसुब पोस्ट दुर्ग प्रभारी के नेतृत्व में उप निरीक्षक एमएल यादव, उप निरीक्षक सनातन थानापति, आरक्षक एसआर मीना, उप निरीक्षक एसके वर्मा आरक्षक निर्मल कुमार सिंह विखुशा रायपुर के साथ गाड़ी संख्या 12843 पूरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस के पीछे के सामान्य कोच में जांच की. यहां 2 यात्रियों को समय 10.40 बजे घेराबंदी कर पकड़कर गाड़ी से उतारा गया, उसके पास रखे भूरे रंग का बैग को चेक करने पर मादक पदार्थ गांजा पाया गया.
आरपीएफ के मुताबिक आरोपियों का नाम समीर मोहम्मद शेख पिता मोहम्मद शेख उम्र 45 वर्ष साकिन लोहदा थाना पहाड़ी जिला चित्रकूट उत्तर प्रदेश और रामविलास साहू पिता बच्छराज साहू उम्र 22 वर्ष साकिन बारी गली कारगिल चौक कस्तूरबा नगर बिलासपुर थाना सिविल लाइन जिला बिलासपुर छत्तीसगढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है.
उनके बैग से कुल 6 पैकेट मादक पदार्थ गांजा जिसका कुल वजन 11 किलो 100 ग्राम पाया कीमत 2,22,000/- (दो लाख बाइस हजार रुपये) बताया जा रहा है. पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये ओडिशा के केसिंगा से इसे ला रहे थे. आरोपियों को शासकीय रेल पुलिस थाना दुर्ग को अग्रिम कार्यवाही हेतु सुपुर्द किया गया है, जहां आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. कार्रवाई को सराहनीय है लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह गांजा तस्करी पहली बार की जा रही थी? आखिर विशेष अभियान में ही आरपीएफ के अधिकारी ऐसे गिरोह को कैसे दबोच लेते हैं?
