Muzaffarpur. सोनपुर रेलमंडल के मुजफ्फरपुर में पदस्थापित सीनियर सहायक लोको पायलट अमरेंद्र कुमार (33) का शव कुढ़नी-तुर्की स्टेशन के बीच डाउन रेलवे लाइन पोल संख्या 36/28 व 36/30 के बीच शनिवार की सुबह संदिग्ध अवस्था में मिला है. वह पत्नी व बच्चों के साथ काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के छाता चौक के समीप किराये के मकान में रहते थे. आइकार्ड के आधार पर उसकी पहचान हुई.
अमरेंद्र की ड्यूटी शहीद एक्सप्रेस में थी. लेकिन उनका शव शहर से 15 किमी दूर मिला है. वह यूनिफॉर्म में थे लेकिन पैरों में जूता की जगह चप्पल था और उनका मोबाइल उनके साथ नहीं था. पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मानकर जांच कर रही है. वहीं अमरेंद्र की पत्नी ने भी हत्या की आशंका जतायी है.
अमरेंद्र के सिर में गहरा जख्म है. पुलिस कॉल डिटेल्स के आधार पर मौत के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है. अमरेंद्र का शुक्रवार को रेस्ट था. शनिवार को उनकी ड्यूटी शहीद एक्सप्रेस में थी. उन्हें 11.30 में मुजफ्फरपुर जंक्शन पर रिपोर्ट करना था. लेकिन उनका शव कुढ़नी स्टेशन से आगे सोनपुर से समस्तीपुर जा रही 75212 पैसेंजर ट्रेन के लोको पायलट को दिखा. इसके बाद आरपीएफ व रेलवे की टीम मौके पर पहुंची.
रेलवे सूत्रों के अनुसार अगर अमरेंद्र ड्यूटी के लिए निकले होते तो उनके पैरों में चप्पल नहीं जूतें होते. डयूटी के ड्रेस में घर से 15 किमी दूर शव मिलने को लेकर संदेह गहरा गया है. दिलचस्प है कि उनके सिर के अलावा शरीर पर कहीं और चोट के निशान नहीं है. पुलिस को आशंका है कि कहीं दूसरी जगह हत्या कर शव को मौके पर लगाकर फेंका गया है? फिलहाल लोको पायलट की मौत पर सहयोगियों ने चिंता जतायी और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है.
