Hunger strike by Loco Pilots. ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के केन्द्रीय कमेटी के आह्वान पर देशभर की क्रू लॉबी के समक्ष गुरुवार की सुबह 8 बजे से 36 घंटे का लोको पायलटों ने सामूहिक उपवास व धरना का कार्यक्रम शुरू किया है. इस दौरान देश भर में लोको पायलट 36 घंटे का सामूहिक उपवास रखते हुए ड्यूटी को अंजाम देंगे. लोको पायलटों का देशव्यापी अभियान 21 फरवरी की शाम 8 बजे तक चलेगा.
रेलवे लोको पायलट रनिंग भत्ता की दर में संशोधन, स्पॉड में रिमूवल की सजा खत्म करने, रनिंग स्टाफ से एक बार में नौ घंटे से अधिक ड्यूटी नहीं लेने, पुरानी पेंशन बहाल करने, लगातार रात्रि ड्यूटी को दो दिन तक सीमित करने जैसी मांग कर रहे हैं.
उधर दूसरी ओर चक्रधरपुर रेलमंडल के क्रू लॉबी के बाहर सुबह 8 बजे से दर्जनों लोको पायलट भूख हड़ताल पर बैठे हैं. लोको पायलट जो डयूटी में हैं, वह भूखे रहकर ट्रेन संचालन कर रहे हैं. जो रेस्ट में हैं, वह चक्रधरपुर क्रू लॉबी के बाहर भूखे रहकर धरना दे रहे हैं.
बंडामुंडा क्रू लॉबी में जी शेखर के नेतृत्व में धरना
रेलनगरी बंडामुंडा क्रू लॉबी के समक्ष संगठन के जी राज शेखर के नेतृत्व में स्थानीय लोको पायलटो ने सामूहिक उपवास पर बैठें है. आज सुबह आठ बजे से 21 फरवरी के शाम तक सभी लोको पायलट भूखे रहकर गाड़ी परिचालन भी करेंगे. राउरकेला क्रू लॉबी के भी समस्त लोको पायलट अपनी मांग को लेकर आंदोलन चल रहा है. यहां आर नागवार,आरबी साहू,जी राजशेखर,एनएन मार्डी,पीके बोस,सुमेनी लाल,एके पाढ़ी,बीडी बेहरा,एसके मिश्रा,बीसी मल्लिक,एके पृष्टि,सीएल प्रधान,पीके प्रधान,पीएस नायक आदि धरना पर बैठे हैं.
रनिंग अलाउंस, माइलेज रेट में 25 फीसदी की बढ़ोतरी, पुरानी पेंशन का लाभ देने, ड्यूटी के घंटे को 9 घंटे तक सीमित करने, रेलवे में निजीकरण बंद करने, रात्रि डयूटी को 2 रात तक सीमित करने व रनिंग स्टाफ के सभी रिक्त पदों को भरने की मांग कर रहे हैं. सुनवाई नहीं होने के कारण हम आंदोलन को बाध्य हैं.
ललन कुमार, चक्रधरपुर शाखा सचिव, अलारसा
लदान लक्ष्य में प्रतिवर्ष वृद्धि से रनिंग स्टाफ को पर्याप्त विश्राम/अवकाश न मिलने से शारीरिक और मानसिक दबाव में गाड़ियों का संचालन करने से गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहा हैं.
एनएन मार्डी
संरक्षा मानकों की अनदेखी से दुर्घटनाओं का दोषी भी रनिंग स्टाफ को ही ठहरा दिया जाता है. रेल प्रशासन के सौतेले व उदासीन रवैये के कारण ऑल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन के आवाहन पर 20 फरवरी सुबह से रनिंग स्टाफ 36 घण्टे भूखे रहकर गाड़ियां चलाने का निर्णय लिया गया है.
जी राजशेखर
लोको पायलटों की 15 सूत्री मांगें
1 जनवरी 2024 से रनिंग भत्ते में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी और फार्मूले के अनुसार रनिंग भत्ता दरों में संशोधन करने, 30 घंटे का समुचित विश्राम देने, मालगाड़ी के लिए ड्यूटी के घंटों को 8 घंटे व यात्री ट्रेनों के लिए 6 घंटे तक सीमित करने, निरंतर दो रात ड्यूटी सीमित रखने, पुरानी पेंशन लागू करने, इंजन के कैब के अंदर में टूल्स व सभी उपकरणों व फॉग सेफ्टी डिवाइस स्थापित करने, अंतर रेलवे व मंडल स्थानांतरण के शेष लंबित प्रक्रिया को पूरा करने, इएमयू, मेमू व डीएमयू संचालन में एक ही लोको पायलट से काम करना बंद करने समेत अन्य मांगें शामिल हैं.
