उत्तर प्रदेश के कन्नौज में कूड़ा जला रहे दुकानदार को पीट रहे आरपीएफ प्रभारी ओपी मीणा का वीडियाे बनाने वाले पत्रकारों को आरपीएफ व रेल पुलिस के जवानों ने दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. आरपीएफ प्रभारी के दुर्व्यवहार की सूचना मिलने पर पहुंचे पत्रकारों को भी सुरक्षा बल के जवानों ने निशाना बनाया. इसमें कई पत्रकार घायल हो गये. पत्रकारों की मानें तो नशे में धुत लगभग सारे पुलिस कर्मी, चाय की दुकान रखे युवक से वसूली के चक्कर में उसको पीट रहे थे. उसका कवरेज करने गये पत्रकार को आरपीएफ कर्मी ने अभद्रता की. इसके बाद शिकायत करने पोस्ट गये तो आरपीएफ और जीआरपी कर्मियों ने उनकी पिटाई कर दी.
घटना में तीन से चार पत्रकारों को गम्भीर चोटें भी आई हैं. घायल पत्रकार कुलदीप दीक्षित ने बताया कि वह कवरेज करने गये थे. उनको पता भी चल पाया कि अचानक रेलवे पुलिस के जवान हमलावर हो गये. जब तक वह कुछ समझ पाते उन पर लाठियां बरसाने लगे. जिसमें वह घायल हो गये. उनके साथ तीन-चार और पत्रकार घायल हुए है.
घटनाक्रम का वीडियो देखें
#कानपुर #देहात #कन्नौज रेलवे स्टेशन पर पत्रकार को कवरेज के दौरान खुलेआम पीटा। @RailwaySeva @PMOIndia
पत्रकारों से साथ अमानवीय व्यवहार। @UPGovt @HMOIndia @upgrp_hq
संज्ञान में लेकर सख्त कार्यवाही करें। @RailMinIndia #GRP @Uppolice @PTI_News pic.twitter.com/D6BNHeUBWf— नीरेंद्र सिंह पत्रकार (@1Neerendrasingh) March 15, 2022
आरपीएफ डीजी अरुण कुमार के सेवानिवृत्ति के बाद सुरक्षा बल की व्यवस्था पूरी तरह बेलगाम हो गयी है. इसका उदाहरण अब हर स्टेशन और पोस्ट में चल रही गतिविधियों से पता चल जाता है. अरुण कुमार के समय सुरक्षा बल के अधिकारी व जवानों की अवैध वसूली को लेकर भय व नौकरी जाने का खतरा बना होता था अब ऐसा कहीं नजर नहीं आ रहा है. डीजी से लेकर आईजी और कमांडेंट तक सुरक्षा बल के अधिकारी व जवानों की अवैध गतिविधियों पर कार्रवाई से मौन है.
