VARANASI/RANCHI. ट्रेन सेवाओं को डिरेल्ड करने में जुटे आसामाजिक तत्वों का नया कारनामा सामने आया है. बीते 24 घंटे में दो वंदे भारत ट्रेनों पर आसामाजिक तत्वों ने पथराव को अंजाम दिया है. इसमें कोच के सीसे टूट गये है हालांकि किसी यात्री को चोट नहीं आयी है.
चौकाघाट ढ़ेलवरिया के समीप लखनऊ-पटना वंदेभारत ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना सामने आई है. शरारती तत्वों के पत्थर फेंकने से वंदेभारत के सी-5 कोच के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए. पत्थर फेंके जाने से खिड़की के पास बैठे यात्रियों में अफरा—तफरी मच गई. संयोग ही रहा कि पत्थर फेंकने के बावजूद कोई यात्री घायल नही हुआ है.
पथराव में टूटा सीसा
लखनऊ गोमती नगर से अयोध्या होते हुए 22346 वंदेभारत एक्सप्रेस रात में वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंची. निर्धारित समय तक रुकने के बाद ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुईंं. ट्रेन जैसे ही चौकाघाट ढ़ेलवरिया के समीप पहुंची तभी अचानक किसी ने रेलवे लाइन के किनारे से पत्थर उठाकर ट्रेन की बोगी पर फेंक दिया. इससे सी—5 कोच के शीशे बाहर से क्षतिग्रस्त हो गए. इससे कोच के 10 से 12 नंबर तक की सीट पर बैठे यात्रियों में अफरा—तफरी मच गई. यात्रियों ने रेल मदद 139 नंबर पर शिकायत की. इसके बाद कोच अटेंडेंट के अलर्ट पर ट्रेन को रोक दिया गया.
बुधवार की रात हुई घटना की जानकारी पाते ही कैंट जीआरपी और आरपीएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और छानबीन किया. यहां से ट्रेन पीडीडीयू नगर स्टेशन (मुगलसराय) पहुंची तो आरपीएफ के अफसरों ने सी-5 कोच के यात्रियों का बयान लिया. आरपीएफ की टीम घटनास्थल के आसपास में संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की. रेलवे लाइन के समीप स्थित झोपड़पट्टी में भी कई लोगों से रेलवे पुलिस के अफसरों ने पूछताछ की, लेकिन आरोपियों की शिनाख्त नही हो पाई. वाराणसी कैंट जीआरपी के अनुसार बोगी पर पत्थर फेंकने वालों की तलाश की जा रही है.
हजारीबाग के चरही के पास वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव
उधर दूसरी ओर रांची से चलकर पटना जाने वाली वंदे भारत ट्रेन पर गुरुवार काे पथराव हुआ है. ट्रेन नंबर 22350 पर हजारीबाग के चरही एवं बेस रेलवे स्टेशन के बीच में पथराव हुआ. इससे ट्रेन को नुकसान पहुंचा है. बोगी नंबर ई वन की सीट नंबर 5 और 6 के पास का ग्लास पूरी तरह टूट गया. हालांकि, इससे अंदर बैठे किसी यात्री को नुकसान नहीं हुआ है.
सीसीटीवी फुटेज के जरिए असामाजिक तत्वों की पहचान की कोशिश हो रही है. इस हमले को लेकर आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है और न ही किसी ओर से इस घटना की आधिकारिक पुष्टि ही की गई है. रेलवे पुलिस इस मामले में पड़ताल कर रही है कि किसने और क्यों पत्थरबाजी की, सीसीटीवी के आधार पर इसके सुराग खोजने की कोशिश की जा रही है.