- मंगलवार को मची भगदड़ की इस घटना में 121 लोगों की हो गई थी मौत
- 3000 से अधिक लोगों के घर लौटने का किया गया इंतजाम
NEW DELHI. नयी दिल्ली. रेलवे ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग में शामिल होने के बाद घर लौटने की कोशिश कर रहे करीब 3,000 लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की है. मंगलवार को मची भगदड़ की इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गई थी. रेल मंत्रालय ने बताया कि लोगों की भीड़ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिकंदरा राव स्टेशन से गुजरने वाली कोई भी ट्रेन 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक गति से नहीं चलेगी.
बताया गया कि इसके अलावा, यात्रियों की सुविधा के लिए मथुरा-टनकपुर विशेष ट्रेन, आगरा किला-कासगंज यात्री विशेष ट्रेन और बांद्रा टर्मिनस अंत्योदय एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेन के सिकंदरा राव स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव की विशेष रूप से व्यवस्था की गई है. साथ ही इस रेल मार्ग के अन्य स्टेशन पर भी रेलगाड़ियों को रोके जाने की विशेष व्यवस्था की गई है.
रेलवे अधिकारी घटनास्थल पर हैं मौजूद, उपलब्ध करायी जा रहा भोजन
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, मंडल के अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं. इसके अलावा लोगों को चिकित्सकीय मदद के साथ पानी-भोजन की भी व्यवस्था करायी जा रही है.
मंत्रालय ने मंगलवार रात एक बयान में कहा, ‘डॉ. सौरभ डंडियाल के नेतृत्व में चिकित्सकों के एक दल को घटनास्थल पर तैनात किया गया है, ताकि ऐसे यात्रियों को प्राथमिक उपचार या कोई अन्य चिकित्सकीय सहायता दी जा सके जिन्हें इसकी आवश्यकता है. साथ ही मंत्रालय ने कहा कि स्टेशन पर इंतजार कर रहे सभी लोगों को पानी और भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं.
स्पेशल ट्रेन तैयार
मंत्रालय ने कहा, ‘हमने कासगंज स्टेशन पर तीन खाली डिब्बे तैयार रखे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें सिकंदरा राव स्टेशन की ओर विशेष ट्रेन के रूप में भेजा जा सके.