PRAYAGRAJ. उत्तर मध्य रेलवे प्रशासन ने एक आदेश जारी कर यूनियनों के पक्ष में वेतन से चंदा कटौती के लिए कर्मचारियों से एक बार फिर से सहमति पत्र लेने का आदेश जारी किया है. वर्तमान में यहां NCRES और NCRMU को कर्मचारियों के वेतन से पूर्व से लिये गये सहमति पत्र के आधार पर वेतन से चंदा राशि की कटौती की जा रही थी. पुराने पैटर्न पर रेलवे ने रोक लगाते हुए चंदा कटौती के लिए फिर से सहमति पत्र लेने का आदेश जारी किया है.
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ ( UMRKS) ने पत्र लिखकर प्रशासन से अनुरोध किया था कि यूनियनों के लिए वेतन से चंदा कटौती के नियम की समीक्षा की गयी जाये और इसके लिए फिर से कर्मचारियों से सहमति ली जाये. यूनियन के अध्यक्ष हेमंत कुमार विश्वकर्मा महामंत्री रूपम पांडे ने महाप्रबंधक को भेजे गये पत्र में यह तर्क दिया था कि विगत चुनाव में दोनों ही मान्यता प्राप्त यूनियनों के वोट प्रतिशत में गिरावट आयी है जबकि यूएमआरकेएस ( UMRKS) के पक्ष में वोट प्रतिशत बढ़ा है. ऐसी स्थिति में नए ऑप्शन फॉर्म भराकर रेलकर्मियों से सहमति लिये जाने की जरूरत है.
इसके बाद उत्तर मध्य रेल प्रशासन ने 14 मई 2025 को डीआरएम,झांसी, आगरा, प्रयागराज और सीडब्लूएम, झांसी को पत्र भेजकर वेतन से चंदा कटौती के लिए कर्मचारियों से सहमति लिये जाने का आदेश जारी किया है. इसके लिए यूनियन को कर्मचारियों से फिर से सहमति लेनी होगी, इसके बाद ही वेतन से चंदा राशि की कटौती की जायेगी.
मालूम हो कि 14 मई 2025 को UMRKS के महामंत्री ने प्रधान मुख्य कार्मिक अधिकारी (PCPO) NCR से मुलाकात कर वेतन से चंदा कटौती पर बात की थी. रुपम पांडेय ने रेलहंट से बताया कि संघ के प्रयास का असर है कि NCR के रेलकर्मियों को उनका अधिकार मिला. महामंत्री रूपम पाण्डेय ने रेल कर्मचारियों से उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ को सहयोग देने का अनुरोध किया है.
UMRKS ने जतायी खुशी, कहां – कर्मचारी विवेक कर करें इस्तेमाल
UMRKS के ज्वाईन सेकेट्ररी और मण्डल मंत्री बंशी बदन झा ने नये आदेश पर खुशी जाहिर कर इसे रेल कर्मचारियों के लोकतांत्रिक अधिकारों की जीत बताया है. उन्होंने कर्मचारियों से अपील की कि बढ़ा हुआ ₹ 500/. वार्षिक चंदा उस संगठन के पक्ष में कटवाये जो कर्मचारियों के भविष्य के लिए काम करता हो. उन्होंने उन नेताओं और यूनियनों से सावधान रहने की अपील की है जिन्होंने अपने हित में चंदा राशि ₹400/रुपये से बढ़ाकर ₹500/कराने में अहम भूमिका निभायी.
यह लोकतांत्रिक अधिकारों की जीत
भारतीय मजदूर संघ के विभाग प्रमुख चन्द्र कांत चतुर्वेदी, हेमन्त विश्वकर्मा, अनिल कुमार शुक्ल, राजेश कुमार ठाकुरानी, डी के श्रीवास्तव.भानु प्रताप सिंह चंदेल. कुलदीप नायक. यक्षेश सैनोरिया.दयानिधि मिश्रा . के एन गुप्ता, तेज पाल,संजीव वर्मा , मनीष बाजपेई. दिलीप कुमार, सी पी शर्मा नीरज शर्मा अंकित श्रीवास्तव, अनिल शर्मा. संतोष राठौर, राजेंद्र परिहार. दीपक श्रीधर, सतीश गुप्ता, सुनील शर्मा, सुशील अग्रवाल,राम प्रताप तोमर जितेंद्र पटेल, सोनू अवस्थी, नीरज श्रीवास्तव आदि ने रेलवे के आदेश पर खुशी जाहिर करते हुए इसे लोकतांत्रिक अधिकारों की जीत बताया है.
