KOLKATA. रेलवे अर्बन बैंक में 2023 में बहाल किये गये 17 कर्मचारियों के बर्खास्तगी की उल्टी गिनती शुरू हो गयी है. चेयरमैन एस पी सिंह ने सभी 17 कर्मचारियों को टर्मिनेशन की नोटिस भेजी है. इसमें यह कहा गया कि नियम विरूद्ध की गयी उनकी बहाली को क्यों नहीं रद्द कर दिया जाये ! दक्षिण पूर्व रेलवे के अविभाजित तीनों जोन SE, SEC & ECo के लिए रेलवे इम्प्लाई को-ऑपरेटिव क्रेडिड सोसाईटी का चुनाव बीते साल ही हुआ था. इस चुनाव में पिछले बोर्ड के डायरेक्टरों द्वारा सग-संबंधियों को नियमों के विपरीत सोसाईटी में नियुक्ति दिये जाने का मामला उठा था.
एशिया की सबसे बड़ी सहकारी समिति के रूप में चिन्ह्नित रेलवे इम्प्लाई को-ऑपरेटिव क्रेडिड सोसाईटी को (अर्बन बैंक ) के नाम से जाना जाता है. इसमें 2023 में 17 लोगों की नियुक्ति ग्रुप “डी” कर्मचारियों के रूप में की गयी थी. पिछले बोर्ड आफ डायरेक्टर द्वारा की गयी इस नियुक्ति का मामला भी अर्बन बैंक चुनाव में जोर-शोर से उठाया गया था.
चुनाव अभियान में जुटे रेलवे मेंस कांग्रेस समेत दूसरे दलों के नेताओं रेलवे मेंस यूनियन समर्थित तत्कालीन बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाये और कहा था अपने सगे-संबंधियों को नियमों के विपरीत नियुक्ति दी गयी है. 9 जून 2025 को इन सबको “कारण बताओ नोटिस (Show cause notice)” जारी किया गया है. इसमें चेयरमैन ने लिखा है कि क्यों न आपको आपकी सेवा से हटा (Terminate) दिया जाए. कर्मचारियों से 15 दिनों में जबाव देने को कहा गया है. यह सूचना चेयनमैन ने प्रेस बयान जारी कर दी है.
बताया जाता है कि सभी कर्मचारी या तो पूर्व के Board of Directors के रिश्तेदार है या उनके घरों मे कार्य करने वाले लोग, जिन्हें हाईकोर्ट कोलकता और नागपुर के आदेश के विरुद्ध पूर्व Board of Directors ने निर्देश और तमाम गाइड लाइन को दरकिनार कर अपनी शर्तों पर पिछले दरवाजे से नियुक्त कर दिया था. इन नियुक्तियों पर Central Registar for Co-operative Society New Delhi ने भी पूर्व Board of Directors को पत्र लिखकर सवाल उठाये थे.
अर्बन बैंक के डेलीगेट मुंद्रिका प्रसाद ने रेलहंट को बताया कि नियमों के विपरीत की गयी बहालियों पर वर्तमान अर्बन बैंक प्रबंधन गंभीर है. इस मामले में नियम सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित करायी जा रही है. इस क्रम में कर्मचारियों को नोटिस किया गया है. आगे की कार्रवाई चेयरमैन नियमों के अनुसार सुनिश्चित करायेंगे.
