- टाटानगर मुख्यालय शाखा के वार्षिक अधिवेशन में SERMC ने नये तेवर के साथ खींची नयी लकीर, युवाओं को सौंपा नेतृत्व
- युवा रेलकर्मियों को संगठन में किया जा रहा आगे, आने वाले समय में जोन से लेकर डिवीजन तक असर दिखने की कही बात
- चुनाव में मान्यता से वंचित करने के अनैतिक प्रयास को “नेचुरल जस्टिस” के आधार पर दी है अदालत में चुनौती : मेंस कांग्रेस
TATANAGAR. दक्षिण पूर्व रेलवे में मान्यता के करीब पहुंचकर भी नेतृत्व से दूर रह गयी SERMC (रेलवे मेंस कांग्रेस) ने नये विजन और युवा विचारधारा के साथ रेलकर्मियों के बीच पैठ बनाने की कवायद तेज दी है. इसका नजारा शनिवार 11 अक्टूबर 2025 को टाटानगर मुख्यालय शाखा के वार्षिक अधिवेशन में दिखा.
NFIR के केंद्रीय पदाधिकारी और SERMC के महासचिव एसआर मिश्रा ने कहा कि हालिया गुप्त मतदान में एक प्रतिशत मतों के अंतर को आधार बनाकर रेल प्रशासन ने SERMC को मान्यता से वंचित करने का जो अनैतिक प्रयास किया गया है, उसे कोलकाता उच्च न्यायालय में “नेचुरल जस्टिस” के आधार पर चुनौती दी गयी है. इसके बावजूद आज भी SER में मेंस कांग्रेस की कार्य प्रणाली रेलकर्मियों के बीच विश्वसनीयता की गारंटी है. उन्होंने आगे कहा कि चुनाव में लगभग 20,000 रेलकर्मी प्रशासनिक दबाव के कारण मतदान से वंचित रह गये. उन्हें यह अवसर दिलाने का प्रयास संगठन कर रहा है.

वार्षिक अधिवेशन में विचार रखते मंडल संयोजक शशि रंजन मिश्रा
अधिवेशन में कांग्रेस नेताओं ने बिना किसी का नाम लिये यह दावा किया कि वर्तमान में रेलकर्मियों की परेशानी और उनका पक्ष रेल प्रशासन के सामने प्रभावी तरीके से नहीं रखा जा रहा है. इसके कारण बड़ी संख्या में रेलकर्मी प्रताड़ित हो रहे हैं. रेलवे मेंस कांग्रेस उन रेलकर्मियों की आवाज बनेगा. श्री मिश्रा ने कहा कि मेंस कांग्रेस ही एक ऐसा संगठन है जो हर समस्या का समाधान खोजने में सक्षम है.
SERMC की मुख्यालय शाखा के प्रभात सिंह अध्यक्ष और अनिल चौधरी सचिव चुने गये
टाटानगर के रेलवे मेंस कांग्रेस कार्यालय में आयोजित अधिवेशन में सर्वसम्मति से प्रभात सिंह को शाखा अध्यक्ष तथा अनिल चौधरी को सचिव चुना गया. नवनिर्वाचित पदाधिकारियों में वातानुकूलन विभाग से प्रभात सिंह को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन एवं हाल ही में सम्पन्न चुनावों में युवा वर्ग को प्रभावी रूप से जोड़ने के योगदान के लिए यह दायित्व सौंपा गया है. वहीं पॉवर लाइन विभाग से सीएम सिंह को विद्युत विभाग में संगठन की मजबूती बनाए रखने हेतु नए चेहरे के रूप में चयनित किया गया.
मुख्यालय शाखा के सबसे महत्वपूर्ण विभाग, लोको शेड से वीरेन्द्र यादव को कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं बरुन चक्रवर्ती को कोषाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया. इसके अतिरिक्त एसके त्रिपाठी, बीसी झा, प्रमोद कुमार, मिस्रो ताती और एमएस सुजॉय को भी नई समिति में शामिल किया गया है. इस मौके पर महासचिव श्री मिश्रा ने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी और ईमानदारी और समर्पण के साथ संगठन के विकास से जुड़ने का अनुरोध किया.
कार्यक्रम के अंत में मंडल संयोजक शशि मिश्रा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया. उन्होंने सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि “नए पद पर आपको जो अवसर मिला है, उसका लाभ संगठन और कार्यकर्ताओं दोनों को मिलना चाहिए.”















































































