TATANAGAR. दक्षिण पूर्व रेलवे उच्च विद्यालय, टाटानगर के सेवानिवृत्त शिक्षक राम नरेश सिंह (RN SINGH) का शनिवार 01.11.2025 की शाम निधन हो गया. गणित के अध्यापक रहे आरएन सिंह टाटानगर समेत पूरे चक्रधरपुर रेलमंडल में अपने समय के चर्चित शिक्षकों में एक थे. कहां जाता है कि आरएन सिंह की स्कूल में धमक ऐसी थी कि उनकी छड़ी के जोर से न जाने कितने बिगड़े बच्चों का कैरियर सुधार दिया. आज उनके अध्यापन में रहे कई बच्चे जमशेदपुर सहित दूसरे शहरों में नाम रोशन कर रहे है.
रेलवे हाई स्कूल के पूर्व छात्र और भारतीय जीवन बीमा निगम में कार्यरत अरुण कुमार ने शिक्षक आरएन सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया और कहा कि गुरु-शिष्य की परंपरा का जीवन के अंतिम क्षणों तक निर्वाह करने वाले ऐसे शिक्षक अब के समाज में विरले ही मिलेंगे. उन्होंने रेलहंट से बातचीत में पूर्व के संस्मरण को याद करते हुए कहा कि आरएन सिंह हमेशा बच्चों में शिक्षा के साथ संस्कार बनाये रखने के हिमायती थे. उनके छड़ी की धार इतनी तेज थी कि पढ़ाई से विरक्त रहने वाले बच्चे भी अपना पाठ पूरी तरह कंठस्थ करके ही उनकी कक्षा में आते थे.
आज आरएन सिंह के अध्यापन में पढ़ने वाले कई छात्र प्रशासनिक और चिकित्सा सेवाओं समेत दूसरी क्षेत्र में बुलंदी के झंडे गाड़ रहे हैं. आरएन सिंह 21 दिसंबर 1997 में रेलवे हाई स्कूल से सेवानिवृत्त हो गये थे. वह बागबेड़ा कालोनी रोड नंबर एक स्थित आवास में छोटी बेटी के साथ रहे रहे थे जो जीवन के अंतिम क्षणों तक पिता की सेवा में लगी रही. आरएन सिंह वृद्धावस्था की बीमारियों से पीड़ित थे.
शिक्षक आरएन सिंह अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री छोड़ गए हैं. उनका बड़ा पुत्र सुनील कुमार सिंह रायपुर में रेलवे में वरिष्ठ भंडार सत्यापक के पद पर कार्यरत हैं. जबकि दूसर छोटा बेटा अनिल कुमार सिंह जबलपुर में रेलवे में आरक्षण पर्यवेक्षक हैं. आरएन सिंह के शव का अंतिम संस्कार उनके पुत्रों के जमशेदपुर पहुंचने पर किया जायेगा.















































































