- सुपौल से पिपरा के बीच नयी लाइन का आज निरीक्षण करेंगे सीआरएस शुभमय मित्रा
PATNA. ईर्स्टन सर्किल के कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी शुभमय मित्रा 27 से 30 मार्च तक हावड़ा और समस्तीपुर डिवीजन में नयी रेलवे लाइनों का निरीक्षण कर रहे हैं. यहां सीआरएस के निरीक्षण के बाद इन लाइनों पर ट्रेन दौड़ने की हरी झंडी मिल सकेगी. यह तो रेलवे की सामान्य प्रक्रिया की बात है लेकिन दिलचस्प है कि 29 मार्च को सीआरएस का सुपौल से पिपरा तक जिस लाइन के निरीक्षण का कार्यक्रम प्रस्तावित है उसमें कई जगह अभी काम चल रहा है. यानी निर्माण प्रक्रिया में है. जानकारों का कहना है कि यहां सीआरएस का निरीक्षण रश्म अदायगी के लिए कराया जा रहा है.
रेलवे सूत्रों के अनुसार हावड़ा डिवीजन के बारोगोपीनाथपुर और जयरामबती स्टेशनों के बीच नई लाइन का निरीक्षण 27 मार्च को सीआरएस को कराना था. इसके बाद डीडीयू डिवीजन के जीएचडी स्टेशन पर आरओआर लाइन का निरीक्षण 28 मार्च को प्रस्तावित था. इसके बाद 29 मार्च को समस्तीपुर डिवीजन के सुपौल और पिपरा स्टेशनों के बीच नई लाइन का निरीक्षण (CRS) कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी करेंगे.
यहां दिलचस्प बात यह है कि इस लाइन में कई स्टेशनों पर काम अभी चल रहा है और प्रगति पर है. ऐसे में कार्य की पूर्णता से पहले ही सीआरएस के निरीक्षण का कार्यक्रम आनन-फानन में क्यों लिया गया ? इस पर स्वयं प्रोजेक्ट से जुड़े लोग भी सवाल उठा रहे हैं. उसमें समस्तीपुर के सुपौल से पिपरा के बीच खुमहा में चल रहा काम इसका बड़ा उदाहरण है. यहां कई जगह स्लीपर और पटरी तक नहीं बिछाये गये है. सवाल यह उठाया जा रहा है कि जब कार्य अभी पूरा हुआ ही नहीं तो यह निरीक्षण क्यों?
इसका जबाव भी रेलवे अधिकारी की देते हैं. पहचान गुप्त रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि यह निरीक्षण लक्ष्य पूरा करने की रणनीति का हिस्सा है, जो 31 मार्च तक पूरा करना है. बताया यह भी जा रहा है कि सीआरएस इसी माह सेवानिवृत्त होने वाली है, इसलिए आनन-फानन में सेक्शन पर उनके निरीक्षण का कार्यक्रम आयोजित किया गया है. अगर यह बात सच है तो ईसीआर जीएम और रेलवे बोर्ड को इस मामले की गहनता से जांच करानी चाहिए वरना संरक्षा के लिए अहम (CRS) कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी निरीक्षण भी अब दिखावा मात्र बनकर रह जायेगा.
