ROURKELA. रेलवे ने यात्री सुविधाओं का व्यवासायीकरण क्या किया ठेकेदारों की मनमानी हर ओर नजर आने लगी है. विभागीय अनदेखी के बीच राउरकेला स्टेशन पर भी वीआईपी लाउंज में अवैध वसूली की शिकायतें सामने आयी है. प्लेटफार्म नंबर एक पर एक्सलेटर सीढ़ी के पास मौजूद ” ब्रह्मवणी वेटिंग एसी पैड लाउंज” के मुख्य द्वार पर ” प्रसाधन TOILET” का बोर्ड लगा दिया गया है. इसे लेकर यात्री भ्रम में आकर भीतर चले जाते हैं और उसने लघुशंका के नाम पर भी वसूली कर ली जाती है.
रेल यात्रियों को वातानुकूल पैड लाउंज में प्रति घंटे के 15 रुपए पर चेयर की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रावधान किया गया है. इस 15 रुपए में पैड लाउंज में बैठने वालों को शौच आदि की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध कराना है. ऐसे में पैड लाउंज के मुख्य द्वार पर बड़े अक्षरों में लिखे “प्रसाधन” लिखकर आम यात्रियों को भ्रमित करना कहां तक सही है. आम तौर पर यात्री इसे रेलवे की नि:शुल्क सेवा समझकर भीतर चले आते हैं. भीतर पैड लाउंज के कर्मचारी यात्रियों से शौच के अलावा लघुशंका के नाम पर भी वसूली कर लेते हैं.
अब सवाल यह उठता है कि किस आदेश पर पैड लाउंज के बाहर ” प्रसाधन TOILET” का बोर्ड लगाया गया है? यह बोर्ड रेलवे ने लगाया है तो समीप में ” प्रसाधन TOILET” की सुविधा कहां है? अगर रेलवे की ओर से नहीं लगाया गया तो पैड लाउंज के बाहर लगाये गये इस बोर्ड पर रेलवे अधिकारियों कीनजर क्यों नहीं गयी? अगर नजर गयी तो उससे पूछताछ क्यों नहीं की गयी? सवाल यह भी उठाया जा रहा है कि यह गोलमाल कब से चल रहा है? इसे देखकर भी मौन साधने वाले कॉमर्शियल इंस्पेक्टर, स्टेशन डायरेक्टर के इसमें क्या निहितार्थ हैं ?
