- रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने अस्पताल में जाकर जाना घायल यात्रियों का हाल
KOLKATTA. रेलवे बोर्ड (Indian Railway) की चेयरमैन और सीईओ जया वर्मा ने कहा है कि शुरुआती जांच से लगता है कि पायलट ने सिग्नल पर गाड़ी नहीं रोकी, जिसके चलते दुर्घटना हुई है. यानी सिग्नल ओवरशूट करना ही दुर्घटना कारण बना है. दार्जिलिंग के पास कंचनजंघा एक्सप्रेस दुर्घटना में (Kanchanjunga Train Accident) हुआ है, जिसमें अब तक 8 लोगों की जान जा चुकी है. इस घटना में करीब 25-30 लोगों के घायल होने की भी खबर है. मरने वालों में 3 रेलवे कर्मचारी हैं. वहीं रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव मौके पर पहुंच चुके है. उन्होंने अस्पताल जाकर यात्रियों का हाल समाचार जाना.
इस मामले पर रेलवे बोर्ड (Indian Railway) की चेयरमैन और सीईओ जया वर्मा ने कहा है कि शुरुआती जांच से जो पता चला है उसके अनुसार पायलट ने रेड सिग्नल के बावजूद गाड़ी नहीं रोकी, जिसके चलते दुर्घटना हुई है. जया वर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि चालकों को रुकने का सिग्नल था, लेकिन पायलट ने गाड़ी नहीं रोकी, जिसके चलते यह बड़ा हादसा हुआ है. इस हादसे में लोको पायलट की भी मौत हो गई है. उन्होंने बताया है कि अभी इस मामले की जांच चल रही है और सही कारण का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया कि कार्रवाही हर स्तर पर होती है. अभी फील्ड पर रेस्क्यू चल रहा है. उन्होंने कहा कि बोर्ड को जो भी इन्फॉर्मेशन मिलती है, हम कमांड सेंटर से जुड़ जाते है. सबसे पहले रेस्क्यू का काम किया जाता है.
कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी और रंगापानी स्टेशनों के बीच अगरतला से सियालदाह जा रही थी. मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को मारी, जिससे उसके पिछले दो डिब्बे पटरी से उतर गये. हादसे वाली जगह पर वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंच चुके हैं. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ राहत बचाव में जुटे हुए हैं. आशंका जताई जा रही है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है. पीएम मोदी ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है. पीएम मोदी ने इस घटना में मारे गए लोगों के परिजन को 2-2 लाख रुपये प्रधानमंत्री राहत कोष (PMNRF)से देने की घोषणा की है. साथ ही इस हादसे में घायल हुए लोगों को 50 हजार रुपये की सहायता राशि भी देने की घोषणा की गई है.