Mumbai. विजय कुमार ने आज मध्य रेल के महाप्रबंधक के रूप में पदभार ग्रहण किया. वे भारतीय रेलवे यांत्रिक इंजीनियर सेवा (IRSME), 1988 बैच के अधिकारी हैं. विजय कुमार, धर्म वीर मीणा का स्थान लिया है, जो 30 सितंबर, 2025 को सेवानिवृत्त हुए हैं.

मध्य रेल का नेतृत्व संभालने से पहले, विजय कुमार चित्तरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (CLW) के महाप्रबंधक थे. उनके कुशल नेतृत्व में CLW ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 700 लोकोमोटिव का उत्पादन कर ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की. चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 के पहले छह महीनों में ही 417 लोकोमोटिव का निर्माण किया जा चुका है, जबकि पूरा वर्ष 777 इंजनों के उत्पादन का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा गया है.
अपने 35 वर्षों से अधिक के करियर में, विजय कुमार ने भारतीय रेल में उत्तर पश्चिम रेलवे, रेलवे बोर्ड, उत्तर रेलवे और अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (RDSO) सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है. रेलवे बोर्ड में रहते हुए उन्होंने टैल्गो ट्रेनों के गति परीक्षणों का संचालन किया और स्वर्णिम चतुर्भुज सहित सभी सेमी-हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए नोडल अधिकारी रहे.
RDSO में निदेशक (निरीक्षण एवं संपर्क) के रूप में 6 वर्षों तक उत्तर भारत के लिए जिम्मेदारी निभाने के अलावा, उन्होंने NHSRCL में कार्यकारी निदेशक/रोलिंग स्टॉक और निदेशक रोलिंग स्टॉक के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
विजय कुमार ने पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया है. उन्होंने सिंगापुर और मलेशिया में उन्नत प्रबंधन कार्यक्रमों में प्रशिक्षण प्राप्त किया और क्रिस, नई दिल्ली तथा इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद से रणनीतिक प्रबंधन एवं सूचना प्रौद्योगिकी में कार्यशालाओं में भाग लिया.
अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें तीन बार माननीय रेल मंत्री पुरस्कार और अन्य कई तकनीकी एवं प्रबंधन पुरस्कार प्राप्त हुए हैं. उनके नेतृत्व में नवाचार, गुणवत्ता और दक्षता को बढ़ावा मिला है.
जय कुमार मध्य रेल को सुरक्षा, यात्री सुविधा और क्षमता वृद्धि में अग्रणी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और “मेक इन इंडिया” लक्ष्यों के अनुरूप भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
