Connect with us

Hi, what are you looking for?

Rail Hunt

आरपीएफ-जीआरपी

Chhattisgarh में हमसफर एक्सप्रेस की रिपेयरिंग जैक से टक्कर में मेट सस्पेंड, 9 मजदूर गिरफ्तार

  • इस मामले में  अब तक पीडब्ल्यूआई अथवा एडीईएन पर नहीं की कार्रवाई, तय नहीं की गयी जिम्मेदारी 
  • मजदूरों को गिरफ्तार कर कार्रवाई की खानापूर्ति की गयी, चल रही है विभागीय जांच   

RAIPUR. छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में बीते मंगलवार को रेलवे ट्रैक पर बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बच गया. पेंड्रारोड रेलवे स्टेशन के आगे हर्री और वेंकटनगर स्टेशनों के बीच बिना किसी ब्लाॅक लिये लापरवाही पूर्वक ट्रैक रिपेयरिंग का काम चल रहा था. इसी दौरान 22867 दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन हमसफर एक्सप्रेस ट्रैक पर आ गयी. ट्रेन का इंजन रिपेयरिंग के लिए लगे जैक से टकरा गया. संयाग रहा कि चालक ने ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी और बड़ा हादसा टल गया. इस मामले में रेलवे मेट जवाहरलाल को निलंबित कर दिया गया है.

जानकारी के अनुसार अप लाइन के किलोमीटर नंबर 828/11-13 के बीच रिपेयरिंग कार्य मेट जवाहर लाल की देखरेख में मुशी-अवतार सिंह के साथ आठ लेबर पेकिंग कार्य कर रहे थे. इसकी कोई पूर्व जानकारी अथवा कॉसन ट्रेन चालक को नहीं था. 22867 को आते देखकर मुशी एवं लेबरों ने जेक को निकालने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सके और ट्रेन के नजदीक आने पर खुद को बचाने के लिए ट्रैक से हट गये. हमसफर एक्सप्रेस के लोको पायलट ने अचानक रेलवे ट्रैक पर जैक देखकर आनन-फानन में ब्रेक लगाकर ट्रेन रोका. हालांकि इंजन की जेक से टक्कर हो गयी. इसमें इंजन के केटल गार्ड और सामने का जनरेटर कार जेक से टकराने के कारण क्षतिग्रस्त हो गया. यहां ट्रेन 15.43 बजे से 15.53 बजे तक रुकी रही.

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों ने त्वरित कार्रवाई की. जवाहर लाल को तत्काल निलंबित कर दिया गया है. वहीं, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) पेंड्रारोड ने 9 मजदूरों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर दिया. जांच में यह बात सामने आयी कि रिपेयरिंग वर्क के लिए विधिवत अनुमति नहीं लगी गयी थी और कार्य पूरी तरह अनधिकृत था. इसे रेलवे सुरक्षा के लिए गंभीर उल्लंघन मानकर कार्रवाई की जा रही है.

हालांकि अब तक इस मामले में किसी पीडब्ल्यूआई अथवा एईएन पर कार्रवाई नहीं की गयी है जबकि रेलवे ट्रैक पर किसी तरह का कार्य कराने के लिए सीधे पर तौर यही लोग जिम्मेवार होते है. ऐसे में सवाल यह उठाया जा रहा है कि आखिर किसके आदेश पर यह काम कराया जा रहा था? इसकी निगरानी और रुटीन जांच की व्यवस्था किसके जिम्मे थी? घटना के समय पीडब्ल्यूआई कहां थे? ऐसे में आरपीएफ ने मजदूरों को गिरफ्तार कर खानापूर्ति जरूर की लेकिन सवाल यह उठता है कि इस घटना के लिए जिम्मेदारों को क्यों छोड़ दिया गया?

Spread the love
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

अभी अभी

You May Also Like

आरपीएफ-जीआरपी

सर्विस कंपनी में संविदा पर सफाई कर्मी है पकड़ा गया आकाश, रेलवे में नौकरी करने का सपना था दसवीं में फेल, सामाजिक रुतबा बढ़ाने...

जोन/बोर्ड/डिवीजन

उम्मीदों पर फिरा पानी, इस साल भी 78 दिनों के बोनस में मिलेंगे अधिकतम 17,951 रुपये Indian Railway Bonus. भारतीय रेलवे ने अपने लाखों...

आरपीएफ-जीआरपी

SER जोन में अवैध वेंडर यूनियनों ने आरपीएफ पर लगाया जबरन कार्रवाई करने का आरोप  KHARAGPUR. रेलवे में अवैध वेंडरों की मनमानी की कहानी...

जोन/बोर्ड/डिवीजन

धनबाद मंडल के बरकाकाना में हुए खुलासे के बाद डीआरएम ने दिए जांच के आदेश  यूनियन के पदाधिकारी है आरोपी इंचार्ज एमपी महतो, छह...