- अचानक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे राहुल गांधी, 50 मिनट तक कुलियों और यात्रियों से की बात
- 15 फरवरी की रात मची भगदड़ की घटना के बाद पहली बार रेलवे स्टेशन पहुंचे थे नेता प्रतिपक्ष
NEW DELHI. कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (RAHUL GANDHI) शनिवान को अचानक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंच गये. यहां उन्होंने करीब 50 मिनट तक कुलियों और आम यात्रियों से बातचीत की. इसके बाद वह वापस लौट गए. महाकुंभ के समय मची भगदड़ के बाद यह पहला मौका है जब राहुल गांधी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. हालांकि इस दौरान वह मीडिया से दूरी बनाये रहे और कोई बयान नहीं दिया. लेकिन उनकी इस पहल से रेल मंत्रालय सकते में आ गया. यह खबर रेल मंत्रालय के लिए हलचल मचाने वाली थी.
यहां यह बताना गैर जरूरी होगा कि राहुल गांधी के बीते साल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अचानक पहुंच जाने और लोको पायलटों से बातचीत करने के बाद रेलमंत्रालय में कोहराम मच गया था. राहुल ने लोको पायलटों की समस्याओं को लेकर गंभीरता दिखायी थी. इसके बाद उनके बयान का असर यह हुआ कि अचानक रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव हरकत में आ गये और लोको पायलटों की सुविधाओं को लेकर कई घोषणाएं तक कर डाली. हालांकि उनमें आधी से अधिक पर कोई अमल अब तक नहीं होने की बात चालकों से यूनियन से जुड़े नेता कहते रहे हैं.
एक बार फिर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अचानक राहुल गांधी के पहुंचने के कारणों की पड़ताल में रेलवे अधिकारी भी जुट गये. मालूम हो कि 15 फरवरी की रात भगदड़ मच गई थी. इस हादसे में 18 यात्रियों की जान चली गई थी. भगदड़ की यह घटना प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर हुई थी. जहां महाकुंभ जाने के लिए भारी संख्या में यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पहुंचे थे. स्टेशन पर मौजूद भीड़ उस समय बेकाबू हो गई जब प्रयागराज जाने वाली स्पेशल ट्रेन का अचानक प्लेटफॉर्म बदल दिया गया. प्लेटफॉर्म बदलने की वजह से सीढ़ियों पर भारी भीड़ जमा हो गई और भगदड़ मच गई. घटना में जान गंवाने वालों में 9 महिलाएं, 4 पुरुष और 5 बच्चे भी शामिल थे.
प्लेटफॉर्म पर मची भगदड़ की फिलहाल जांच चल रही है. महाकुंभ के समय स्टेशन पर हुई इस घटना को लेकर विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. कांग्रेस पार्टी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से इस्तीफे देने की मांग भी की थी. घटना को लेकर विपक्ष कई दिनों तक लामबंद भी रहा. हालांकि प्रयागराज में महाकुंभ का समापन हो चुका है. इस तरह स्टेशन पर भीड़ आम दिनों की तरह थी. माना जा रहा है कि भीड़ को देखते हुए ही राहुल गांधी महाकुंभ के समापन के बाद स्टेशन का दौरा करने पहुंचे थे ताकि किसी भी यात्री को दिक्कतों का सामना न करना पड़े. हालांकि, राहुल गांधी के आने की खबर स्टेशन प्रबंधन को पहले से दी गई थी या इसका पता नहीं चल सका है.
