RAIPUR. रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की महिला कांस्टेबल रमा ध्रुव (25 साल) की आत्महत्या का मामला अब भी पुलिस और महकमे के लिए रहस्य बना हुआ है. कांस्टेबल रमा ने शुक्रवार को घर में ही फांसी लगाकर जान दे दी थी. हालांकि पुलिस को महिला जवान की आत्महत्या को सामान्य घटना नहीं मान कर चल रही है. यही कारण है कि पुलिस पूरे मामले की तह तक पहुंचाना चाहती है. इसके लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अलावा महिला जवान के कॉल डिटेल को खंगालने की तैयारी है.
दुर्ग RPF पोस्ट में पदस्थ रमा मूल रूप से बिलासपुर के पाली की रहने वाली थीं. वह बीते कुछ दिनों से बीमार चल रही थी इसलिए वह छुट्टी पर थी. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि रमा को साइटिका की समस्या थी. वह मेडिकल लीव लेकर इलाज करवा रही थी. शायद इसी वजह से उसने यह कदम उठाया है. हालांकि इस मामले से RPF के आला अधिकारी भी हतप्रभ हैं. आम तौर पर आरपीएफ की जवान विपरीत परिस्थितियों के लिए मानसिक तौर पर मजबूत होंती है ऐसे में यह सवाल सभी के जेहन में उभर रहा है कि आखिर ऐसी क्या परिस्थितियां सामने आयी कि रमा को आत्महत्या तक पहुंचना पड़ा?
फिलहाल, आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है. पुलिस शव के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. ऐसा माना जा रहा है कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की महिला कांस्टेबल रमा सुसाइड का राज उनके मोबाइल के कॉल हिस्ट्री से खुल सकता है. lalluram.com की रिपोर्ट के अनुसार रमा ने आत्महत्या करने से पहले नासिक ट्रेनिंग गए एक स्टॉफ से वीडियो कॉल पर बात की थी. इसके बाद ही उसने आत्महत्या की. हालांकि मोहन नगर पुलिस मामले की जांच में सभी बिंदुओं को खंगाल रही है.
आरपीएफ सूत्रों की माने तो रमा अपने नजदीकी पुरुष स्टाॅफ से किसी बात को लेकर विवाद था. उसे इस बात की भनक लगी थी कि उस पुरुष की नजदीकी नासिक ट्रेनिंग सेंटर में किसी कर्मचारी से है. इस बात को लेकर ही रमा का पुरुष सहयोगी के साथ विवाद भी हुआ था. हालांकि पुलिस चर्चाओं से दूर आत्महत्या के मूल कारणों पर फोकस कर जांच कर रही है. अब देखना है पुलिस की जांच में क्या सामने आता है.
