VADODARA. वडोदरा डिवीजन के वडोद स्टेशन पर बीते सोमवार को ट्रैक चेंज प्वाइंट की तकनीकी गड़बड़ी और असुरक्षित प्रक्रिया अपनाने के कारण गुजरात मेल दुर्घटनाग्रस्त होते-होते रह गयी. हालांकि स्थायी मार्ग निरीक्षक और सिग्नल विभाग की प्रारंभिक और संयुक्त रिपोर्ट में इसे लापरवाही के रूप में चिह्नित किया गया, जिसमें बताया गया कि असुरक्षित प्रक्रिया अपनाये जाने से अहमदाबाद जाने वाली गुजरात मेल हादसे से बच गयी. हालांकि इस रिपाेर्ट पर असहति जताते हुए परिचालन विभाग ने रिपोर्ट को खारिज कर दिया है.
रिपोर्ट में यह बताया गया है कि सोमवार को एक इंजन को सुबह 3.40 बजे प्रभावित बिंदु को पार करना था, लेकिन कर्मचारियों ने तकनीकी खराबी का पता लगा लिया था. इसके बाद स्टेशन मास्टर और पॉइंट्समैन ने सुबह 4.10 बजे बिंदु को मैन्युअल रूप से क्लैंप करने का प्रयास किया, लेकिन इसमें चूक रह गयी. तभी गुजरात मेल आयी और उसे 10 किमी/घंटे की सावधानीपूर्वक गति से अवलोकन के तहत गुजारने की अनुमति दी गई.
ट्रेन के पार होने के दौरान एक असामान्य आवाज पॉइंट्समैन ने सुनी और लोको पायलट को लाल झंडी दिखाकर रुकने का संकेत दिया. तब तक ट्रेन का इंजन और पहले डिब्बे का आधा हिस्सा प्वाइंट को पार कर चुका था. इसके बाद कर्मचारियों ने क्लैंप को ठीक किया और ट्रेन के सुरक्षित मार्ग के लिए बिंदु को रीसेट किया. इस तरह सुबह 4.40 बजे गुजरात मेल को आगे की ओर रवाना किया गया. हालांकि गलत और असुरक्षित प्रक्रिया अपनाये जाने के कारण ट्रैक चेंज पोईंट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया.
कॉसन से चलायी गयी ट्रेनें, मामले को रफा-दफा करने का प्रयास
रेलवे सूत्रों के अनुसार ट्रैक चेंज पोईंट के क्षतिग्रस्त होने के बाद दिन भर कॉसन के साथ ट्रेनों का परिचालन कराया गया. हालांकि इस मामले में लापरवाही की जांच और हुए नुकसान पर रेलवे अधिकारी फिलहाल मौन हैं? इस मामले में अब तक किसी की जिम्मेदारी तय नहीं की गयी है? न ही किसी तरह की जांच कार्रवाई की शुरू करायी गयी है? एक ट्रेन हादसे का गवाह बनाने की आशंका के बीच सेफ्टी से चूक के इस गंभीर मामले में अधिकारियों का मौन गंभीर चिंताओं को उजागर करता है.
जवाबदेही तय करने की मांग
विभागीय लोगों का कहना है कि घटना की पूरी जवाबदेही स्टेशन मास्टर की है जिसने ट्रैक चेंज पोईंट को ठीक से क्लैम्प नहीं किया और गुजरात मेल हादसे से बच गई. इसके बाद भी ट्रैफिक विभाग मनमानी कर मामले को रफा-दफा करने के प्रयास कर रहा है. इसके लिए जिम्मेदारी तय कर उचित कार्यवाही करने की मांग भी दबी जुबान से की जा रही है.
