जमशेदपुर. रेल प्रशासन ने इस बात को स्वीकार किया है कि टाटानगर में सीएसएमटी एक्सप्रेस के बेपटरी होने की घटना मानवीय भूल का कारण थी. यह शॉट-कट अपनाने का परिणाम था. हालांकि अभी तकनीकी जांच के परिणाम आने बाकी है लेकिन रेल प्रशासन ने प्रथम दृष्टया जांच के बाद स्टेशन मास्टर अंजला एच ओसागा और टेक्नीशियन जे शर्मिला को निलंबित कर दिया है.
रेल प्रशासन की इस कार्रवाई से इस बात को बल मिला है कि टाटानगर स्टेशन में सीएसएमटी-हावड़ा सप्ताहिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12869) के बेपटरी होने की घटना में तकनीकी के अलावा मानवीय लापरवाही भी शामिल थी. चक्रधरपुर रेलमंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनीष कुमार पाठक ने मीडिया से बातचीत में इस बात का खुलासा किया. हालांकि मनीष कुमार पाठक ने यह भी कहा कि अभी पूरी स्थिति जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही हो सकेगी.
SER : टाटानगर में सीएसएमटी साप्ताहिक एक्सप्रेस बेपटरी, चक्रधरपुर से पहुंचे डीआरएम
अलबत्ता जनसंपर्क अधिकारी मनीष कुमार पाठक ने यह जरूर बताया कि ट्रेन के आगमन के समय इमरजेंसी रूट को रिलीज किया गया था. इस कार्य में इमरजेंसी बटन का भी इस्तेमाल किया गया था. शायद यही वजह चक्का के पटरी से उतरने का कारण बनी. उन्होंने बताया कि सिग्नलिंग गियर फेल होने या परिचालन कराने के लिए सुपर इमरजेंसी रूट रिलीज किया गया है की नहीं इसकी जांच की जा रही है.
रेल हादसे की जांच कर रही सीनियर डीओएम गजराज सिंह की अगुवाई वाली टीम ने घटना के दो दिन बाद 23 मार्च को ट्रेन चालक, सह चालक समेत 17 लोगों का बयान दर्ज किया है. जांच कमेटी की रिपोर्ट सामने आने बाद ही सही स्थिति का पता चल सकेगा.