- टाटानगर पोस्ट में स्टेटमेंट की खानापूरी कर मामले को कर दिया गया है रफा-दफा
- आरपीएफ डीजी तक पहुंची शिकायत, फिर से खुलेगी जांच, बेपर्द होंगे टाटा के कई अधिकारी
जमशेदपुर से धमेंद्र. चक्रधरपुर रेलमंडल आरपीएफ महकमे का टाटानगर पोस्ट को बड़ी से बड़ी घटनाओं को दबाने में महारथ हासिल है. ऐसे ही एक बड़ी घटना में चोरी के आरोपी को भगाने में अहम भूमिका निभाने वाले आरपीएफ एएसआइ अखिलेश कुमार का केस फिर से खुलने की संभावना बनने लगी है. इस मामले में आरपीएफ के डीजी अरुण कुमार के पास शिकायत भेजी गयी है जिसमें बताया गया है कि चोरी के आरोपी को भगाने वाले एएसआइ को बचाने के लिए वर्तमान पोस्ट प्रभारी एमके सिंह और अन्य पदाधिकारियों ने गोपनीय भूमिक निभायी. इस तरह एक बड़े घटनाक्रम को दबा दिया गया.
घटना सितंबर 2018 की है. टाटानगर पोस्ट में तैनात सहायक अवर निरीक्षक अखिलेश कुमार ने सीपीडीएस टीम द्वारा पकड़े गये चोरी के आरोपी को हैंड ओवर करने की जगह चक्रधरपुर स्टेशन पर गोपनीय रूप से भगा दिया था. अखिलेश कुमार उस गश्ती टीम के मुखिया थे जो आजाद हिंद एक्सप्रेस में डयूटी पर थी. टाटानगर रवाना होने के बाद आजाद हिंद एक्सप्रेस में चक्रधरपुर मुख्यालय आरपीएफ की सीपीडीएस टीम ने एक संदिग्ध युवक को पकड़कर राउरकेला में गश्ती दल के सहायक अवर निरीक्षक अखिलेश कुमार के हवाले किया. युवक पर ट्रेन में चोरी की घटना में संलिप्तता का शक था. सीपीडीएस टीम ने युवक को एसी बोगी में संदिग्ध हरकत के बाद पकड़ा था. उसके पास यात्रा का मान्य टिकट नहीं था. पूछताछ में ट्रेन में यात्रा करने का कोई कारण नहीं बताने पर सीपीडीएस टीम ने उसे पकड़कर गश्ती के एएसआइ अखिलेश कुमार को सौंप दिया था.

आरपीएफ एएसआई अखिलेश कुमार
बताया जाता है कि सीपीडीएस टीम द्वारा सौंपे गये युवक को गश्ती दल के अखिलेश कुमार टाटा लेकर आ रहे थे. इस दौरान गीतांजलि एक्सप्रेस में संदिग्ध रूप उसे उसे भगा दिया गया. बाद में इस बात का चला कि रात को टाटा से होकर राउरकेला के रास्ते गयी जिस आजाद हिंद एक्सप्रेस से युवक को संदिग्ध स्थिति में पकड़ा गया था उसमें बड़ी चोरी को अंजाम दिया गया है. यात्री द्वारा शिकायत दर्ज कराये जाने के बाद सीपीडीएस टीम ने संदिग्ध युवक के बारे में चक्रधरपुर आरपीएफ मुख्यलय के अलावा टाटा पोस्ट को सूचित किया. लेकिन पता चला कि उक्त युवक को अखिलेश कुमार ने संदिग्ध रूप से भगा दिया है.
इस घटना से आरपीएफ महकमे में अफरा-तफरी मच गयी थी. इसके बाद टाटा पोस्ट में प्रभारी एमके सिंह ने सीपीडीएस टीम के जवानों के अलावा ट्रेन में गश्ती दल के अखिलेश कुमार का बयान लिया. हालांकि बाद में रहस्यमय रूप से पूरे मामले को गोल कर दिया गया. चोरी की वारदात के बाद पकड़े गये संदिग्ध चोर को भगाने के आरोपी टाटा पोस्ट के एएसआइ अखिलेश कुमार के खिलाफ जांच को रफा-दफा कर दिया गया है. यह मामला उपर तक पहुंचा ही नहीं है. इस मामले में बीते दिनों आरपीएफ के डीजी के पास शिकायत भेजी गयी है. मामले में अगर निष्पक्ष जांच होती है तो टाटा पोस्ट में तैनात कई अधिकारी व एएसआइ अखिलेश कुमार पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है.
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