रेलहंट ब्यूरो, नई दिल्ली
नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे NFIR के उज्जैन में आयोजित 29वें अधिवेशन में 18 सितंबर को RKTA के महामंत्री गणेशवर राव को फेडरेशन में जगह दे दी गयी. उन्हें NFIR का राष्ट्रीय सहायक महामंत्री बनाया गया है. गणेश्वर राव ने दो माह पूर्व रेलवे यूनियनों की मान्यता को लेकर होने वाले चुनाव में एनएफआईआर को समर्थन देकर सबको चौंका दिया था. हालांकि गणेश्वर के इस कदम का आरकेटीए के सदस्यों और कई जोन के पदाधिकारियों ने यह कहकर विरोध किया था कि यह उनका निजी निर्णय और आरकेटीए को इससे कुछ लेना देना नहीं है. गणेश्वर के एनएफआईआर को समर्थन देने के बाद से ही यह चर्चा उड़ने लगी थी कि उन्हें किसी बड़े पद का ऑफर NFIR की ओर से मिला है.
इस दौरान गणेश्वर ने तमाम आरोपों को दरकिनार करते हुए आरकेटीए को ही ट्रैक मैनों का अपना यूनियन और खुद को उनका सच्चा साथी बताया था. अलबत्ता उनका कई जोन में भारी विरोध हुआ जिसे दबाने के लिए कई जोन में वरीय पदाधिकारियों को संगठन से चलता कर दिया गया. 16 सितंबर से उज्जैन में आयोजित एनएफआईआर के राष्ट्रीय अधिवेशन में आखिरकार गणेश्वर राव को अहम पद और जिम्मेदारी देकर महामंत्री डॉ एम रघुवैया ने अपना वादा पूरा किया. गणेशवर राव को नई जिम्मेदारी मिलने का उनके समर्थकों ने स्वागत किया है. समर्थकों का कहना है कि अब उनकी बात सही तरीके से सही जगह रखी जा सकेगी.