Islamabad: पाकिस्तान में क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर एक बार फिर हमला हुआ है. यह घटना सिबी जिले के नसीराबाद इलाके में हुई, जहाँ IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट के कारण ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गईं. यह हमला यात्रियों और रेलवे सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे की चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है.
स्थानीय मीडिया और सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, हमले के तुरंत बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस और रैंकों को तैनात कर दिया गया. सुरक्षा बल ब्लास्ट स्थल पर पहुंचे और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राहत और बचाव अभियान चलाया गया. हालांकि, पाकिस्तान सरकार ने अभी तक किसी के हताहत होने की पुष्टि नहीं की है, लेकिन बीआरजी (बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स) ने इस हमले की जिम्मेदारी ले ली है और दावा किया है कि कई पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है.
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बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स (BRG) ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी स्वीकार की. बीआरजी के प्रवक्ता दोस्तैन बलूच ने कहा कि नसीराबाद में यह हमला उनके स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा योजनाबद्ध तरीके से किया गया. उनके मुताबिक, आईईडी को रिमोट कंट्रोल के माध्यम से ट्रेन को निशाना बनाने के लिए सक्रिय किया गया, जिससे ट्रेन और पटरी दोनों को गंभीर नुकसान पहुंचा.
बीआरजी ने कहा कि बलूचिस्तान की आज़ादी मिलने तक इस तरह के हमले जारी रहेंगे. प्रवक्ता ने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में भी इसी तरह की आतंकवादी गतिविधियों के माध्यम से पाकिस्तान की सरकारी और सैन्य संरचनाओं को निशाना बनाया जाएगा.
क्वेटा और पेशावर के बीच 34 घंटे में 1,632 किलोमीटर की दूरी तय करती है जाफर एक्सप्रेस
जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान की प्रमुख यात्री ट्रेनों में से एक है, जो क्वेटा और पेशावर के बीच प्रतिदिन परिचालन करती है. इसकी कुल दूरी लगभग 1,632 किलोमीटर (1,014 मील) है. जबकि यहां तक पहुंचने में लगभग 34 घंटे 10 मिनट लगते हैं. इस मार्ग पर रोहरी-चमन रेलवे लाइन और कराची-पेशावर रेलवे लाइन का इस्तेमाल करती है. यह ट्रेन यात्रियों के लिए दैनिक एक-एक फेरा चलाती है और प्रमुख शहरों व कस्बों से होकर गुजरती है
पिछले कुछ वर्षों में जाफर एक्सप्रेस और इस मार्ग पर कई बार सुरक्षा संबंधी घटनाएं हो चुकी हैं. इनमें आतंकवादी हमले और पटरी पर अड़चनें डालने की घटनाएं शामिल रही हैं, जिनसे यात्रियों और रेलवे कर्मियों की सुरक्षा पर लगातार सवाल उठते रहे हैं.
जाफर एक्सप्रेस पर हुए इस हमले के बाद पाकिस्तान सरकार और रेलवे विभाग ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. सुरक्षा एजेंसियों ने कहा कि घटना की तह तक जाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है और संदिग्धों को पकड़ने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. इसके साथ ही रेलवे मार्ग पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और यात्री ट्रेनों की निगरानी कड़ी कर दी गई है.
विशेषज्ञों का कहना है कि बलूचिस्तान में सक्रिय सशस्त्र समूहों द्वारा रेलवे और अन्य बुनियादी ढांचागत सुविधाओं को निशाना बनाना आम रणनीति बन चुकी है. ऐसे हमले न केवल नागरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि देश के यातायात और आर्थिक गतिविधियों पर भी गंभीर असर डालते हैं.











































































