- डीआरएम ने सीनियर डीईएन को-आर्डिनेशन को दिया जांच का आदेश, मामले को रफा-दफा करने में जुटे अधिकारी
IZZATNAGAR : रेलवे में कर्मचारियों की मानसिक प्रताड़ना को लेकर रेलवे बोर्ड द्वारा लगातार दिशा-निर्देश दिये जा रहे हैं, इसके बावजूद अधिकारियों की कार्यशैली में कोई बदलाव होता नजर नहीं आ रहा. नया मामला इज्जतनगर में सामने आया है जहाँ एक ट्रैकमैन ने बीते दिनों कार्य के दौरान ही पटरी पर लेटकर जान देने की कोशिश की. घटना इज्जतनगर रेलमंडल के मुरसान व सोनई सेक्शन पर गेट संख्या LC NO.327/A पर सात जुलाई की सुबह नौ बजे की है.
रेलकर्मियों से मिली जानकारी के अनुसार मौके पर कई कर्मचारी मौजूद थे. किसी तरह ट्रैकमैन को पटरी से हटाया गया. उस समय वहां से ट्रेन गुजर गयी. घटना के समय गेट पर ही काम चल रहा था. बताया जा रहा है कि आत्महत्या का प्रयास करने वाला कर्मचारी सिकंदराबाद से ऑन रिक्वेस्ट ट्रांसफर लेकर यहां आया है. दिलचस्प बात यह है कि घटना के समय ट्रैकमेंटेनर यूनियन के एक नेता भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन यह मामला अब तक चर्चा में तक नहीं लाया गया है.
आत्महत्या का प्रयास करने वाले ट्रैकमैन ने आरोप लगाया है कि PWI मथुरा उसे मानसिक व शारारिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं. कर्मचारी गैंग संख्या 63 से जुड़ा है और पूरी घटना आरोपी PWI के सामने घटी. इस मामले में डीआरएम रेखा यादव ने सीनियर डीईएन को-आर्डिनेशन को जांच का आदेश दिया है. पूजा यादव पंचायती राज मंत्रालय, नई दिल्ली में संयुक्त सचिव रह चुकी है और उनकी छवि सख्त प्रशासक की रही है.
बताया जाता है कि मामला उच्च स्तर पर पहुंचने के साथ ही ट्रैकमैन यूनियन के नेताओं से मिलीभगत कर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास शुरू हो चुका है. रेलकर्मियों के बीच चर्चा है कि PWI मथुरा के अधीन ही रेलवे ट्रैकमेंटेनर यूनियन के नेता भी है, जिनसे PWI की काफी छनती है. ऐसे में चर्चा है कि कहीं आपसी मिलीभगत से मामले को दबा दिया जायेगा. यह प्रयास किया जा रहा है कि पीड़ित इस मामले में कोई लिखित शिकायत अथवा स्टेटमेंट नहीं दे सके. घटना के बाद आरोपी का पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन वह नहीं मिल सका है.