- दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रिसिंपल चीफ कामर्शियल मैनेजर ने सभी सीटीई के साथ टीटीई के लिंक की रिव्यू की
कोलकाता. दक्षिण पूर्व रेलवे के प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक मोहम्मद ओवैस ने 26 जुलाई 2022 मंगलवार को कोलकाता में आयोजित बैठक में चक्रधरपुर रेलमंडल के टीटीई लिंक को रिव्यू किया. इस मौके पर डीसीएम सौगत मित्रा के अलावा सभी सीटीआई शामिल थे. पीसीसीएम ने सभी सीटीई से कार्य में आ रही समस्याओं को जाना और राजस्व की बढ़ोतरी को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी दिये. वर्तमान परिवेश में बदल रही कार्यप्रणाली की ओर भी पीसीसीएम ने सभी का ध्यान आकृष्ट कराया.
इस दौरान उन्होंने ड्यूटी से हटकर यात्रियों को सहयोग करने की भावना प्रस्तुत करने वाले आठ टिकट निरीक्षकों को रेलवे की ओर से प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया. चक्रधरपुर के डिप्टी सीटीआई एसके त्रिपाठी ने 30 जून को ट्रेन संख्या 18478 के एसी कोच में यात्रा कर रही महिला यात्री को आत्महत्या करने से रोका था. उन्होंने उसे जीवन के प्रति सकारात्मक परामर्श दिया और महिला आरपीएफ को सौंप दिया था. इस कार्य के लिए एसके त्रिपाठी को पीसीसीएम ने सम्मानित किया.
चक्रधरपुर रेलमंडल के ही वरिष्ठ टीई श्याम मुखी, डिप्टी सीटीआई मनोज कुमार, सीटीआई लालचंद यादव को भी नाबालिग बच्ची को बचाने के लिए सम्मानित किया गया. 16 अप्रैल का चक्रधरपुर में ट्रेन नंबर 18477 में यात्रा कर नाबालिग बच्ची की उन्होंने काउंसलिंग की और सुरक्षित रूप से बच्ची को चक्रधरपुर में आरपीएफ को सौंप दिया था. वहीं, हावड़ा के सीटीआई डीके शाह और टीटीई मनोज कुमार को 28 मार्च को ट्रेन नंबर 12838 में ड्यूटी के दौरान लावारिस बैग से 1.15 लाख के जेवर मिलने और उसे सही सलामत उसके मालिक गुलाम मुस्तफा तक पहुंचाने के लिए सम्मानित किया गया.
सीनियर टीई तापस अधिकारी को 15 अप्रैल को ट्रेन संख्या 12840 में बच्ची को बचाने और समझा कर सुरक्षित खड़गपुर स्टेशन आरपीएफ को सौंप देने के लिए रेलवे की ओर से प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया. हावड़ा के सीटीआई अभिनीत मट्टाचार्य को 25 अप्रैल को ट्रेन संख्या 12261 में घर से भागी दो लड़कियों को सकारात्मक विचारों के साथ सकूशल आरपीएफ को सौंप देने के लिए सम्मानित किया गया.
रेलवे के टिकट चेकिंग कर्मचारियों का संगठित संगठन इंडियन रेलवे टिकट चेकिंग स्टॉफ आर्गनाइजेशन IRTCSO लगातार इस कार्य में सक्रिय है कि टिकट निरीक्षकों को लेकर लोगों में मन में उत्पन्न भ्रांतियों को दूर किया जा सके. आर्गनाइजेंशन विभिन्न सोशल मीडिया पोर्टल पर टिकट निरीक्षकों द्वारा की गयी अतिरिक्त गतिविधियों से आम यात्रियों को अवगत कराता है और इस तरह टीटीई को प्रोस्त्साहित भी करता है. फेसबुक पेज पर इस संगठन के 35 हजार से अधिक फॉलोअर हैं. डिवीजनल संगठन को मिला दिया जाये तो यह संख्या लाखों में है.