- रेलवे कंस्ट्रक्शन का डिप्टी चीफ इंजीनियर आलोक कुमार गिरफ्तार, कार्यालय से मिला 1 करोड़ का कैश
- गिनती के मंगाई गई मशीन, इंजीनियर समेत पांच को ले गयी सीबीआई, छापेमारी अब भी जारी
- कारवाई के दौरान रात के 12 बजे तक कर्मचारियों को कार्यालय में जांच के लिए रोका गया था
PATNA. पटना सीबीआई की टीम को हाजीपुर के रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग में चल रहे गोलमाल की पूरी सूचना थी. यहां एजेंसी के माध्यम से पैसे पहुंचने की पक्की सूचना के बाद ही सीबीआई की टीम ने धावा बोला. इसके बाद छापेमारी में डिप्टी चीफ इंजीनियर को घूसखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया. उसकी तस्वीर लेकर सीबीआई टीम यहां आयी थी. इस मामले में सीबीआई की टीम ने कुल पांच लोगों को भी हिरासत में लिया है जिसमें कार्यालय कर्मचारी और संवेदक के दो आदमी शामिल है. इस छापेमारी में सीबीआई को कार्यालय से एक करोड़ कैश मिला है जिसे गिनने के लिए मशीन मंगानी पड़ी थी. सीबीआई की जांच व छापेमारी सोमवार की शाम से मंगल की सुबह करीब 12 घंटे तक चली.
सीबीआई टीम कंस्ट्रक्शन के डिप्टी चीफ इंजीनियर आलोक कुमार, हेड क्लर्क आलोक कुमार दास, चपरासी मनीक दास के अलावा संवेदक के दो कर्मचारियों को साथ ले गयी है. सीबीआई की टीम हाजीपुर रेलवे स्टेशन के पीछे स्थित कंस्ट्रक्शन कार्यालय में सोमवार की शाम तीन बजे पहुंची थी. कार्यालय में डिप्टी चीफ इंजीनियर समेत अन्य कर्मियों से सीबीआई ने पूछताछ की. यहां सीबीआई ने कार्यालय को पूरी तरह खंगाल डाला जिसमें एक करोड़ रुपये बरामद करने की बात सामने आयी है. सीबीआई ने रुपए गिनने का मशीन भी मंगाया था. डिप्टी चीफ इंजीनियर दो साल पहले ही आये थे जबकि क्लर्क आलोक कुमार दास एवं चपरासी मानिक दास भी छह माह पहले की यहां आए थे.
हालांकि सीबीआई ने जांच के नाम पर रात के 12 बजे तक कर्मचारियों को कार्यालय में रोके रखा. उन्हें 12 घंटे तक चली रेड के बाद घर जाने दिया गया. रेलवे कंस्ट्रक्शन सुगौली रेल लाइन का काम चल रहा है. इसमें गलत तरीके से बिल पास करने, मेजरमेंट बुक में हेराफेरी करने समेत घटिया सामग्री के इस्तेमाल से सरकार को क्षति पहुंचाने का आरोप लगाया गया है. 15 नवंबर 2025 को एजेंसी ठेकेदार गोविंद भुल्लर की ओर से राशि हाजीपुर पहुंचाये जाने की पुख्ता सूचना पर सीबीआई ने यह कार्रवाई की और घूसखोरी के मद में दी गयी बड़ी राशि बरामद कर दिया. यहां जेपीडब्लयू इंफ्राटेक द्वारा रेलवे की कई परियोजनाओं का काम चल रहा है. इस घटना के बाद सीबीआई टीम जब्त दस्तावेजों के आधार पर आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
अलग-अलग अधिकारियों को भुगतान के लिए लाये गये थे पैसे
सूत्रों के मुताबिक झारखंड की एक कंपनी को बिहार में निर्माण कार्यों का ठेका मिला है. इससे संबंधित कार्य मोतिहारी के सुगौली सेलेकर अररिया जिला तक चल रहा है. इस कार्य से जुड़े मामले में संबंधित अधिकारियों को घूस की रकम दी जानी थी. बरामद करीब एक करोड़ रुपये आठ विभिन्न पैकेटों में रखे गये थे, जिन्हें अलग-अलग अधिकारियों को दिया जाना था. इस संबंध में सीबीआई ने मामला दर्ज कर जांच की की है. कई अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है.
छापेमारी में सीबीआई ने डिप्टी चीफ इंजीनियर-2 आलोक कुमार, कार्यालय क्लर्क आलोक कुमार दास, कार्यालय के चपरासी मनीक दास समेत संवेदक के दो आदमियों को पकड़ा. छापेमारी के दौरान सीबीआई ने कंस्ट्रक्शन विभाग के परिसर में स्थित सभी कार्यालयों की तलाशी ली. इसमें कर्मचारियों के बैग, कार्यालय में रखे आलमारी समेत हर कोने की जांच की गयी.
सीबीआई की एफआईआर देखें














































































