- Southern Railway के बाद ECR में दिखी रेलवे अधिकारी की मानमानी , हंगामा और विरोध
DHANBAD. रेलकर्मियों खासकर लोको पायलट को काम के दायित्व दबाव के बीच परिवार के साथ सामस्य स्थापित करने में कितनी मानसिक व शारीरिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है इसका उदाहरण दक्षिण रेलवे के बाद अब पूर्व मध्य रेलवे के धनबाद रेलमंडल में सामने आया है. यहां बेटे की तबीयत खराब होने की सूचना मिलने पर सीसीसी को सूचना देकर घर लौटे लोको पायलट एनके गौतम का तबादला सीआइसी सेक्शन में शक्तिनगर कर दिया गया है. इसके विरोध में बच्चों के साथ लोको पायलटों की पत्नियों ने गोमाे क्रू लॉबी में प्रदर्शन किया.
हालांकि Sr DEE (OP) के इस आदेश को मनमानी और मानवता पर हमला करार देते हुए लोको पायलटों की पत्नियों ने गोमो रेलवे क्रू लॉबी में शनिवार को घंटों विरोध प्रदर्शन किया. इस कारण कुछ समय के लिए लॉबी का कार्य ठप रहा. महिलाएं Sr DEE (OP) के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगा रही थी. इस घटना पर अलारसा ने भी विरोध दर्ज कराया है.
क्रू लॉबी में विरोध कर रही महिलाओं ने कहना था कि लोको पायलट एनके गौतम का ट्रांसफर आदेश वापस होने तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा. महिलाओं के रौद्र रूप देखकर कोई अधिकारी सामने आने से कतरा रहा था. लोको पायलटों की पत्नियों किसी को कुछ भी सुनने-समझने को तैयार नहीं थी. हालांकि आश्वासन के बाद महिलाओं ने तीन घंटे बाद प्रदर्शन खत्म किया.
बेटे को खून की हो रही थी उल्टियां, मानवता शर्मशार
लोको पायलट एनके गौतम की पत्नी पत्नी ज्योतिमाला कुमारी ने प्रदर्शन के दौरान मोबाइल में खून की उल्टी की तस्वीर को दिखाते हुए बताया कि बेटे को खून की उल्टी हो रही थी, इस कारण पति को सूचना दी और उन्हें ड्यूटी के दौरान कोडरमा रनिंग रूम से वापस लौटना पड़ा. इसके लिए जरूरी सूचना व आवेदन भी उनके द्वारा दिया गया लेकिन इसे इस कृत्य को लेकर पति का ट्रांसफर कर दिया गया. यह मानवता का शर्मसार करने वाली घटना है.
बंधुओं मजदूर मानकर व्यवहार कर रहे रेलवे अफसर
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा कि लोको पायलट के साथ बंधुआ मजदूरों की तरह से रेल अफसरों व्यवहार कर रहे है. लोको पायलट परिवार के साथ त्योहार नहीं मना पाते. निर्धारित अवधि से अधिक ड्यूटी करायी जा रही है. रेस्ट का मानको का पालन नहीं किया जा रहा. रेलवे बोर्ड से सिर्फ आदेश निकलता है लेकिन डिवीजन स्तर पर Sr DEE (OP) जैसे अधिकारी उसकी अवहेलना करते है. यूनियन का हाल जगजाहिर है. ऐसे में वह करें तो क्या करें. उनके सामने यही विकल्प रह गया था.
बार-बार बेहोश हाे रही थी लोको पायलट की पत्नी
लोको पायलट एनके गौतम की पत्नी नारेबाजी करते तीन बार बेहोश हो गयी. उन्हें डॉक्टर की चिकित्सा लेनी पड़ी. अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ असीम कुमार ने उनकी जांच की. पत्नी ज्योति माला कुमारी ने बताया कि उनका एक बेटा थैलेसीमिया से पीड़ित है. दूसरे बेटे की भी तबीयत खराब है. उसका इलाज धनबाद रेल अस्पताल से चल रहा है. ऐसे में रेल प्रशासन की यह हरकत पूरे परिवार को मानसिक, शारीरिक पीड़ा में डाल रही है.
