राउरकेला. महाशिवरात्रि के दिन 1 मार्च से भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी एक्सप्रेस का ठहराव बागडीह स्टेशन पर दे दिया गया है. राउरकेला व झारसुगुड़ा के बीच स्थिति बागडीह में ट्रेन के ठहराव का निर्णय अप्रत्याशित नहीं है. बागडीह स्टेशन पर परीक्षण ठहराव के लिए रेलवे बोर्ड से सीधा आदेश आया है. ऐसा माना जा रहा है कि रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के सीधे हस्तक्षेप से यह संभव हो सका है. बहरहाल बागडीह में इंटरसिटी के ठहराव की मांग लंबे समय से की जा रही थी.
बागडीह स्टेशन पर इंटरसिटी के ठहराव के साथ ही महाकाल के दर पर अब जाना आसान हो गया है. रेलवे स्टेशन के ठीक उत्तर तरफ स्थित है श्री महाकाल धाम जहां विराजमान है श्री महाकालेश्वर. इस धाम में मां काली दुर्गा हनुमान जी दादी सती कुबेर जी और शनि महाराज के भी भव्य मंदिर बने हैं. श्री महाकाल धाम बिल्कुल उज्जैन की तर्ज पर बना है मंदिर तीन मंजिला है. भूतल पर भोलेनाथ है प्रथम तल पर राधा कृष्णा मंदिर है और तीसरे तल पर नीलकंठ महाराज विराजमान है.
मंदिर के संस्थापक संतु बाबा हैं जो अमरकंटक के प्रख्यात संत तपस्वी बाबा. महाकाल धाम का उद्घाटन 2014 में हुआ था तब से बाघडीही स्टेशन पर विभिन्न ट्रेनों के ठहराव की मांग की जा रही थी. इसमें राउरकेला-भुवनेश्वर इंटरसिटी भी शामिल थी. महाशिवरात्रि के ठीक पहले रेल मंत्रालय के फैसले से शिव भक्तों में भारी उत्साह है. रेलवे द्वारा जारी की गयी सूचना के अनुसार 22839 राउरकेला-भुवनेश्वर इंटरसिटी 06.24 में बागडीह पहुंचेगी. वहीं भुवनेश्वर की ओर से 22840 भुवनेश्वर-राउरकेला इंटरसिटी 19.44 बजे बागडीह स्टेशन आयेगी.
बीते दिनों रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के दौरे में बागडीह समेत क्षेत्र में रेलवे के विकास की मांगों को प्रमुखता से उठाया गया था. इसमें बागडीह में इंटरसिटी का ठहराव भी शामिल था. यहां महाकालेश्वर धाम मंदिर में बड़ी संख्या में झारखंड, बिहार, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल व छत्तिसगढ़ से श्रद्धालु आते हैं. नयी सुविधा से बड़ी संख्या में श्रद्धालु लाभांवित होंगे. बागडीह में एक मार्च से इंटरसिटी के ठहराव की सूचना डीआरएम विजय कुमार साहू ने अपने ट्ववीटर हेंडल से दी. इसके बाद दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से भी आदेश जारी किया गया.