पटना. कोरोना के संक्रमण के बीच चल रही स्पेशल ट्रेनों में अधिक किराया वसूले जाने का मुद्दा बिहार चुनाव में कांग्रेस ने उठाया है. कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट में कहा कि बिहार और यूपी के लोगों से किराये के नाम पर लूट जारी है. उन्होंने सवाल किया है कि दीपावली, दशहरा, छट पूजा, नवरात्र, ईद के त्योहार में राहत के नाम पर चलायी गयी चलाई गई ‘पर्व स्पेशल ट्रेन’ का किराया 30 फीसदी से अधिक ज्यादा क्यों रखा गया ? केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो आज भी त्योहार में पैसा कमाने का अवसर ढूंढ रहे, ऐसी सरकार से जनता को क्या उम्मीद है?
किराये को को लेकर यात्रियों की नाराजगी के बीच रेलवे ने इस मामले में सफाई भी दी है. रेलवे की ओर से ट्रेनों का किराया बढ़ाने की खबरों का खंडन किया गया है. रेलवे का कहना है कि फेस्टिव सीजन और अन्य डिमांड वाले सीजन में चलने वाली स्पेशल ट्रेनों का किराया आमतौर पर सामान्य ट्रेनों से अधिक ही होता है.
अभी देश में जितनी भी ट्रेनें चल रही है वह स्पेशल के नाम पर चल रही है. हालांकि ट्रेनों की संख्या भी सीमित है. रेलवे ने त्योहारों के नाम पर कुछ स्पेशल और क्लोन ट्रेनों को चलाया है लेकिन इनका किराया नियमित ट्रेनों की तुलना 25 से 30 फीसदी तक अधिक है. मजबूरी में लोग अधिक किराया चुकाकर यात्रा कर रहे. अलग-अलग श्रेणियों में यह किराया अलग-अलग है. अधिक किराया वसूली को लेकर मौन रूप से ही सही लेकिन विभिन्न मंचों पर यात्रियों द्वारा इस पर विरोध दर्ज कराया जा रहा है.