- बेहतर भविष्य के लिए एएमसी से एआरसी की ओर बढ़ना अति आवश्यक : सीनियर डीएसटीई
- एसएडंटी मैन्टेनर्स यूनियन (IRSTMU) ने चक्रधरपुर मंडल के कर्मचारियों को सेफ्टी वीडिओ कान्फ्रेंस से जोड़ा
- कोरोना काल में वीडिओ कान्फ्रेंसिंग कर्मचारियों के मनोबल बढ़ाने का बेहतर प्रयास : विजय कुमार साहु
रेलहंट ब्यूरो, चक्रधरपुर
मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार साहु ने कहा कि एसएडंटी कर्मियों को नये और अत्याधुनिक उपकरणों की अच्छे से ट्रेनिंग लेनी चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि मंडल में ही हर नई तकनीक के उपकरण का एक मॉडल उपलब्ध हो. उस पर कर्मचारियों को प्रापर ट्रेनिंग देने की व्यवस्था होनी चाहिए. डीआरएम ने इंडियन रेलवे एस एडं टी मैन्टेनर्स यूनियन के ऑनलाइन सेफ्टी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की पहल को सराहनीय कदम बताया और कहा कि कोरोना काल में यह प्रयास कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने वाला है. डीआरएम ने कोरोना काल में बहुत ही ज्यादा सतर्क होकर कार्य करने को कहा. कहा कि आप सब अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोये, यदि आप बाहर जाते हैं और लोगों के संपर्क में आते हैं तो आपको अच्छे से साबुन से स्नान करना चाहिए.
एसएडंटी कर्मचारियों को नई और अत्याधुनिक उपकरणों की अच्छे से ट्रेनिंग लेनी चाहिए और मंडल में ही हर नई तकनीक के उपकरण का एक मॉडल होना चाहिए तथा कर्मचारियों को उसकी प्रापर ट्रेनिंग मंडल में देने की व्यवस्था होनी चाहिए. कोरोना काल में सतर्क होकर सभी लोग काम करें.
विजय कुमार साहु, डीआरएम, चक्रधरपुर
सीनियर डीएसटीई नीरज पांचाल ने कर्मचारियों को हर दिन अपने नॉलेज को अपग्रेड करने के लिए प्रेरित किया. बताया कि कर्मचारी बड़ी ही सरलता से नए उपकरण तथा पुराने उपकरणों में तुलना कर नए उपकरणों की कार्य प्रणाली को समझ सकते हैं. सीनियर डीएसटीई ने कहा कि सिग्नल और टेलीकॉम विभाग के बेहतर भविष्य के लिए हमें एएमसी से एआरसी की ओर अग्रसर होना ही एक मात्र विकल्प हैं. हम जितना अधिक आत्म निर्भर बनेंगे हमारा भविष्य उतना ही उज्जवल होगा. कर्मचारियों को किसी प्रकार का कोई शार्ट-कट नहीं करने की सलाह देते हुए बताया कि यह बहुत घातक सिद्ध हो सकता है.
कर्मचारियों को हर दिन अपने नॉलेज को अपग्रेड करना है. कर्मचारी बड़ी ही सरलता से नए उपकरण तथा पुराने उपकरणों में तुलना कर नए उपकरणों की कार्य प्रणाली को समझ सकते हैं. सिग्नल और टेलीकॉम विभाग के बेहतर भविष्य के लिए हमें एएमसी से एआरसी की ओर अग्रसर होना ही एक मात्र विकल्प हैं.
नीरज पांचाल, सीनियर डीएसटीई
इस वीडिओ कान्फ्रेंसिंग का संचालन स्वयं महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश करते हुए बताया कि लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला तथा पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमिटी ऑन रेलवे के अध्यक्ष राधा मोहन सिंह से खुद मुलाकात कर उन्हें हमने अपनी मूलभूत समस्याओं से अवगत कराया था, जिसके बाद लोकसभा की स्टैंडिंग कमिटी ऑन पेटिशन ने हमारे पत्र को ओरल पेटिशन मान कर लोकसभा में एक पेटिशन दायर किया है. इसमें रेल मंत्रालय से सिग्नल और टेलीकॉम विभाग के कर्मचारियों रिस्क तथा हार्डशिप अलाउंस दिए जाने तथा नाईट ड्यूटी फेलियर गैंग अब तक नहीं बनाये जाने के पर जवाब मांगा है. राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष महबूब संधी ने चक्रधरपुर मंडल के कर्मचारियों की कार्य के प्रति समर्पण की सराहना की तथा संगठन को और मजबूत करने के लिए ज्यादा से ज्यादा डोनेशन करने का आह्वान किया.
वीडिओ कान्फ्रेंस में मुख्य रूप से रंजय कुमार, जनार्दन राऊत, जितेन्द्र जेना, अमित कुमार, प्रदीप कुमार तांती, रामलगन प्रसाद, विपुल महतो, सुनील कुमार, सुशांत शीत, अजय चौहान, आमोद कुमार, प्रमोद कुमार, कुंदन कुमार सिंह, दिलीप कुमार, अभिमन्यु कुमार, राज कुमार शर्मा, ओमप्रकाश, अनिल कुमार रंजन, सुदर्शन कुमार, जगन्नाथ महतो, मनोज कुमार वर्मा, अमरेश कुमार झा, अनिल कुमार सिंह, सुमित कुमार, हिमांशु प्रधान, कुश कुमार मुखी,सदानन्द कुमार, विश्वजीत घोष, रंजीत कुमार, सुशील कुमार, उत्तम कुमार, बीकानेर मंडल से जगदीश बेनीवाल, कोटा से भुवनेश त्रिपाठी, चेन्नई मंडल से एम गणेश, आनंद से दिलीप खड़े, प्रयागराज से अभिषेक दूबे तथा शिवम सिंह समेत कई अन्य मंडलों के साथी भी जुड़े.