खड़गपुर. पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है परंतु भारत में हिंदी भाषा, हिंदी पत्रकार और पत्रकारिता लोकतंत्र की आत्मा है. इसके बिना लोकतंत्र की कल्पना भी अधूरी है. ओबीसी रेलवे कर्मचारी संघ दक्षिण पूर्व रेलवे के महासचिव कृष्ण मोहन प्रसाद ने बयान जारी कर हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकारों का शुभकामनाएं दी है. श्री प्रसाद ने कहा जिस प्रकार भारतीय संविधान का नीति निर्देशक तत्व लोक कल्याण पर आधारित है उसी प्रकार हिंदी पत्रकार और हिंदी पत्रकारिता का मूल उद्देश्य जनकल्याण और मानव कल्याण ही है.
इसलिए समय-समय पर इसने अपने को साबित भी किया है. वर्तमान समय में कोविड-19 कोरोना संक्रमण काल में अंचल और देश स्तर के हिंदी पत्रकारों की भूमिका के कारण ही संक्रमण के प्रति जागरूकता, साधनों की वैकल्पिक व्यवस्था और इस महामारी से लड़ने हेतु भारतीय जनमानस को एकजुट करने एवं उन्हें प्रोत्साहित करने में हिंदी पत्रकारिता नें अपनी महती भूमिका का निर्वहन किया है. इस प्रयास में हमने अपने कई पत्रकार साथियों को खोया है. जिनका ऋण हम कभी नहीं चुका सकते.
भारतीय लोकतंत्र एवं भारत की जनता सदैव अपने इन वीर कोरोना वारियर सपूतों को सदैव याद रखेगी. आगे आने वाले समय में सरकार, प्रशासन एवं आम जनता को अपने शहीद पत्रकार के परिजनों को आत्म बल और संबल प्रदान करना चाहिए. आने वाले समय में लोकतंत्र को बचाने एवं उसे मजबूत करने में हिंदी पत्रकार एवं पत्रकारिता की महती भूमिका होने वाली है. भारत के समस्त पत्रकारों का राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा एक करोड़ रुपए का बीमा करवाना चाहिए, ताकि दुःख की घड़ी में उनके परिजनों को सम्मान एवं संबल प्रदान हो सके.
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