- घोटालों के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे जोन में चर्चित है हटिया बुकिंग काउंटर
- अगस्त 2017 में जनरल टिकट की एनआई से करोड़ों की हुई थी हेराफेरी
- जनवरी 2018 में काउंटर से हो गयी थी 1.27 लाख रुपये की चोरी
रेलहंट ब्यूरो, रांची
जनरल टिकटों की एनआई कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने को लेकर देश भर में चर्चित हटिया बुकिंग काउंटर एक बार फिर से चर्चा में है. इस बार रेलवे का 2.29 लाख रुपये कैश लेकर बुकिंग क्लर्क फरार हो गया है. इस चोरी में कमर्शियल क्लर्क (बुकिंग क्लर्क) स्वराज बनर्जी की संलिप्तता पायी गयी है. गुरुवार 8 अगस्त की रात कैश काउंटर का लॉकर खोलकर टिकट की बिक्री से जमा 2.29 लाख रुपये लेकर वह जाते हुए सीसीटीवी में दिखा है. चीफ बुकिंग सुपरवाइजर कृष्ण कुमार मुंडा की शिकायत पर स्वराज बनर्जी के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है. स्वराज बनर्जी पिछले छह माह से बुकिंग काउंटर पर कार्यरत था. शुक्रवार की सुबह 9:30 बजे सीनियर बुकिंग क्लर्क सुमन रानी टोप्पो ने कैश चेक किया तो उसमें 2,29,311 रुपये कम मिले. रिकार्ड के अनुसार कैश में 5,14621 रुपये होने चाहिए थे जबकि गिनती में 2,85,310 रुपये ही थे. सीसीटीवी की जांच में रात 11:50 बजे स्वराज बनर्जी को कैश निकाल कर बैग में रखते देखा गया. उसके साथ एक अन्य व्यक्ति भी काउंटर में मौजूद था.
यहां यह बताना लाजिमी होगा कि यह वहीं हटिया बुकिंग काउंटर है जहां के क्लर्कों ने आपसी मिलीभगत से जनरल टिकटों की एनआई कर रेलवे को करोड़ों रुपये का चूना लगा दिया था. रेलवे बोर्ड की जांच में यह मामला पकड़ा गया और तब हेराफेरी की पोल खुली. यह गोलमाल भी वर्षों से चल रहा था. मामला पकड़े जाने के बाद सात बुकिंग क्लर्क, एक सुपरवाइजर, एक इंस्पेक्टर और एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर (अकाउंट्स) को सस्पेंड किया गया था. इसी गोलमाल की एक आरोपी महिला क्लर्क शिल्पी मुखर्जी वर्तमान में चक्रधरपुर रेलमंडल के झारसुगुड़ा स्टेशन पर बतौर डिप्टी एसएस कामिर्शयल पदास्थापित है. घोटाले के इतिहास वाले हटिया बुकिंग काउंटर में जनवरी 2018 में काउंटर से 1.27 लाख रुपये की चोरी कर ली गयी थी. इस मामले में भी कोई मामला नहीं दर्ज कर तीन बुकिंग क्लर्क से रुपये भरवाकर मामला शांत करा दिया गया था.